Credit Card के बकाया भुगतान को EMI में कैसे बदलें?

How to convert Credit Card outstanding payment into EMI

Table of Contents

संक्षेप

क्रेडिट कार्ड आज के समय में बहुत ही सुविधाजनक भुगतान करने का तरीका बन गया है। जब आप कोई बड़ी खरीदारी करते हैं और उस रकम को एक साथ चुकाना मुश्किल होता है, तब EMI (Equated Monthly Installment) का विकल्प बहुत काम आता है। EMI (Credit Card EMI) के जरिए आप अपने खर्च को आसान मासिक किश्तों में बांट सकते हैं, जिससे बजट पर एक साथ दबाव नहीं पड़ता हैं।

लेकिन अगर आपने EMI की सुविधा तो ले ली है और फिर समय पर उसका भुगतान नहीं करते हैं, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। सबसे पहला नुकसान यह होता है कि बैंक आपसे लेट पेमेंट चार्ज और अतिरिक्त ब्याज वसूलता है। यह ब्याज दर काफी अधिक होती है, जिससे आपकी कुल देनदारी बढ़ जाती है।

इसके अलावा, EMI न चुकाने से आपका CIBIL स्कोर भी प्रभावित होता है। यह स्कोर आपके भविष्य के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसी के आधार पर बैंक आपको लोन या क्रेडिट कार्ड देने का निर्णय लेते हैं। EMI न देने पर यह स्कोर गिरता है और आपकी फाइनेंशियल साख को भी नुकसान होता है।

परिचय

आज के समय में क्रेडिट कार्ड (Credit Card EMI) हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। ऑनलाइन शॉपिंग हो या फिर किसी इमरजेंसी में पैसे की जरूरत – क्रेडिट कार्ड हमें तुरंत फाइनेंशियल मदद देता है। लेकिन कई बार हम कार्ड से जरूरत से ज़्यादा खर्च कर लेते हैं और जब बकाया (Outstanding Amount) चुकाने की बारी आती है, तो यह एक भारी बोझ बन जाता है। ऐसे में सबसे आम और समझदारी भरा तरीका होता है – उस बकाया रकम को EMI (Equated Monthly Installments) में बदल देना।

जब हम किसी सामान की खरीदारी करते हैं या क्रेडिट कार्ड से बड़े खर्च करते हैं, तो बैंक हमें उस रकम को छोटे-छोटे हिस्सों में मासिक किश्तों यानी EMI के रूप में चुकाने की सुविधा देता है। इसी तरह, अगर आपने पहले ही कार्ड से खर्च कर लिया है और अब उस पूरी राशि को एक बार में चुकाना मुश्किल हो रहा है, तो आप उस बकाया राशि को भी EMI में बदल सकते हैं। इससे आपका फाइनेंशियल बोझ कम हो जाता है और आप आसान किश्तों में भुगतान कर सकते हैं।

इस विकल्प का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपको एकमुश्त बड़ा भुगतान नहीं करना पड़ता हैं। EMI का मतलब होता है कि आप हर महीने एक तय रकम बैंक को चुकाते हैं जिसमें कुछ हिस्सा मूलधन (Principal) का और कुछ हिस्सा ब्याज (Interest) का होता है। इससे आपकी जेब पर ज़्यादा बोझ नहीं पड़ता हैं और आप अपने खर्चों को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि क्रेडिट कार्ड के बकाया भुगतान को EMI में कैसे बदल सकते हैं, किन-किन तरीकों से यह संभव है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं और किन बातों का आपको ध्यान रखना चाहिए।

Credit Card क्या होता हैं?

क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक या मेटल का कार्ड होता है जिसे बैंक या वित्तीय संस्था अपने ग्राहकों को देती है। इसकी मदद से आप बिना तुरंत पैसे दिए कोई सामान या सेवा खरीद सकते हैं। आसान भाषा में कहें तो यह एक तरह का “उधार पर खर्च करने का कार्ड” होता है।

जब आप क्रेडिट कार्ड से कोई खरीदारी करते हैं, तो बैंक आपके लिए उस समय पेमेंट करता है और बाद में आप उस रकम को बैंक को वापस चुकाते हैं। बैंक आपको एक लिमिट (सीमा) देता है, जिसे क्रेडिट लिमिट कहते हैं। इसी लिमिट के अंदर आप खर्च कर सकते हैं। हर महीने आपको एक बिल मिलता है जिसमें बताया जाता है कि आपने कितना खर्च किया और कितना चुकाना है।

अगर आप पूरे बिल को समय पर चुका देते हैं, तो आपको किसी भी ब्याज (Interest) की जरूरत नहीं होती हैं। लेकिन अगर आप पूरा बिल नहीं भरते हैं या सिर्फ Minimum Amount Due चुकाते हैं, तो बाकी रकम पर बैंक ब्याज लेना शुरू कर देता है।

Credit Card के बकाया भुगतान को EMI में कैसे बदलें?

नीचे आसान भाषा में बताया गया है कि क्रेडिट कार्ड के बकाया को EMI में कैसे बदला जा सकता है:

1. EMI में बदलने की योग्यता (Eligibility)

हर बैंक EMI की सुविधा सभी ट्रांजैक्शनों के लिए नहीं देता हैं। आमतौर पर बैंक कुछ न्यूनतम रकम (जैसे ₹3000 या ₹5000) से ज़्यादा के खर्च पर ही EMI विकल्प देता है। इसके अलावा आपका क्रेडिट स्कोर और पिछला भुगतान रिकॉर्ड भी मायने रखता है।

2. EMI में बदलने के तरीके

(a) बैंक की मोबाइल ऐप या वेबसाइट से

  • अपने बैंक की मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग में लॉगिन करें।
  • क्रेडिट कार्ड के सेक्शन में जाएं।
  • “Convert to EMI” या “Pay in EMI” ऑप्शन चुनें।
  • उस ट्रांजैक्शन या कुल बकाया को चुनें जिसे EMI में बदलना है।
  • अवधि (3, 6, 9, 12 महीने आदि) और EMI राशि चुनें।
  • कन्फर्म करें।

(b) कस्टमर केयर के जरिए

  • अपने बैंक के क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करें।
  • “Outstanding amount को EMI में बदलना है” ऐसा बताएं।
  • एजेंट आपको विकल्प बताएगा और आपकी सहमति से प्रक्रिया पूरी करेगा।

(c) SMS/Email ऑफर के ज़रिए

  • कई बार बैंक आपको SMS या Email के ज़रिए EMI का ऑफर भेजते हैं।
  • आप उसमें दिए गए लिंक या नंबर के ज़रिए इस सुविधा को एक्टिव कर सकते हैं।

3. EMI प्लान चुनते समय ध्यान देने वाली बातें

  • ब्याज दर (Interest Rate): EMI पर बैंक ब्याज लेता है, जो 13% से 24% सालाना तक हो सकता है।
  • टेन्योर (Tenure): EMI की अवधि 3 से 24 महीने तक होती है।
  • प्रोसेसिंग फीस: कुछ बैंक एक बार की प्रोसेसिंग फीस लेते हैं (₹199 – ₹500)।
  • प्री-क्लोजर चार्ज: अगर आप EMI को पहले खत्म करना चाहते हैं तो कुछ बैंक चार्ज लेते हैं।

Credit Card EMI में बदलने के फायदे

  • एकमुश्त भुगतान का दबाव नहीं
  • CIBIL स्कोर सुरक्षित रहता है
  • खर्चों को आसान मासिक किश्तों में बांटना
  • फाइनेंशियल प्लानिंग में सहूलियत

EMI में बदलने के नुकसान

  • ब्याज देना पड़ता है
  • कुल भुगतान ज़्यादा हो सकता है
  • भुगतान में देरी पर पेनल्टी लग सकती है

Credit Card की EMI का भुगतान नहीं किया तो क्या होगा?

आइए आसान भाषा में समझते हैं कि अगर आप क्रेडिट कार्ड की EMI नहीं चुकाते हैं तो क्या-क्या हो सकता है।

लेट पेमेंट चार्ज और ब्याज

अगर आपने EMI की तय तारीख पर भुगतान नहीं किया हैं, तो बैंक आपसे लेट पेमेंट चार्ज वसूल सकता है। साथ ही, जो बकाया EMI बची है, उस पर भी बैंक उच्च दर से ब्याज लगाना शुरू कर देता है, जो आमतौर पर 36% सालाना तक जा सकता है। इससे आपकी EMI और भी महंगी हो जाती है।

CIBIL स्कोर पर असर

आपका CIBIL स्कोर आपके वित्तीय भविष्य के लिए बहुत जरूरी होता है। अगर आप EMI नहीं चुकाते या बार-बार देर से भुगतान करते हैं, तो यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज हो जाता है और आपका स्कोर गिर सकता है। इससे भविष्य में लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है।

बकाया बढ़ता जाता है

EMI न देने पर आपका बकाया लगातार बढ़ता जाता है क्योंकि उसमें हर महीने ब्याज जुड़ता रहता है। जितनी देर आप भुगतान नहीं करेंगे, उतनी ही बड़ी रकम आपको चुकानी पड़ेगी।

रिकवरी कॉल्स और नोटिस

अगर आप कई महीनों तक EMI नहीं चुकाते हैं, तो बैंक की तरफ से आपको बार-बार कॉल, मैसेज या ईमेल आने लगते हैं। इसके बाद बैंक आपको लीगल नोटिस भी भेज सकता है। कुछ मामलों में बैंक रिकवरी एजेंट्स को भी आपके पास भेज सकते हैं।

लीगल एक्शन हो सकता है

अगर आपकी रकम बहुत ज़्यादा हो गई है और आपने लंबे समय तक भुगतान नहीं किया हैं, तो बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है। इससे आपकी छवि और मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।

भविष्य के वित्तीय फैसलों पर असर

एक बार अगर आपने EMI डिफॉल्ट कर दिया तो भविष्य में कोई भी बैंक या फाइनेंस कंपनी आप पर भरोसा नहीं करेगी। चाहे वह पर्सनल लोन, होम लोन या कोई भी क्रेडिट सुविधा हो – सब में परेशानी आएगी।

क्या करें अगर EMI नहीं दे पा रहे हैं?

  • बैंक से बात चित करें और EMI को रिस्ट्रक्चर कराने की कोशिश करें।
  • अगर आपकी आर्थिक स्थिति खराब है, तो बैंक से मोरेटोरियम या सेटलमेंट प्लान के बारे में पूछें।
  • EMI की ऑटो-डेबिट सुविधा चालू रखें ताकि समय पर भुगतान हो सके।
  • जरूरत पड़े तो किसी फाइनेंशियल काउंसलर की मदद लें।

Credit Card Settlement क्या होता है?

Credit Card Settlement एक ऐसी वित्तीय प्रक्रिया होती हैं जिसमे आप एकमुश्त भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड पर बकया राशि का एक हिस्सा माफ़ करने के लिए अपने लेनदार से बातचीत करते हैं। यह एक ऐसा समझौता होता हैं जिसे आप अपने कार्ड जारीकर्ता के साथ अंतिम उपायें के रूप में तब करते हैं जब आप देखते हैं की आपके क्रेडिट कार्ड पर कर्ज बढ़ता जा रहा हैं। 

ऐसा फ़िज़ूल के खर्च से लेकर लापरवाही से खर्च करने की आदतों तक कई कारणों से हो सकता हैं। जब आपका कर्ज बढ़ता है तो उसपर ब्याज भी बढ़ता हैं जिससे आपको बकाया राशि चुकाने में मुश्किल हो सकती हैं। अगर आपको इससे बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं तो आप Credit Card Settlement की सिफारिश कर सकते हैं।

Credit Card Settlement करने के क्या कारण होते हैं?

नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:

  • कई बार व्यक्ति लोन लेने के बाद अपने खर्चों और आय का सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाता हैं, जिससे भुगतान करने में दिक्कत होती है।
  • बड़ी बीमारी या मेडिकल इमरजेंसी में अचानक खर्च बढ़ जाने पर लोन चुकाने के लिए पैसे की कमी हो सकती है।
  • कई बार व्यक्ति के ऊपर एक से ज्यादा लोन का बोझ होता है, जिसे समय पर चुकाना मुश्किल हो जाता है।
  • किसी प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, या परिवार में कोई बड़ा संकट आने से लोन चुकाने में परेशानी हो सकती है।
  • अगर व्यक्ति की नौकरी चली जाए, आय का स्रोत बंद हो जाए, या व्यापार में भारी नुकसान हो, तो समय पर लोन चुकाना मुश्किल हो सकता है।
  • अगर लोन की ब्याज दर बहुत ज्यादा हो और किस्त चुकाने में परेशानी हो, तो Credit Card Settlement का सहारा लिया जाता है।

Credit Card Settlement करने के लिए कौनसे दस्तावेजो की जरुरत होती हैं?

आइए जानते हैं कि Credit Card Settlement के लिए कौन-कौन से दस्तावेज देने होते हैं:

1. पहचान पत्र (ID Proof)

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)

2. पता प्रमाण (Address Proof)

  • आधार कार्ड (अगर इसमें सही पता हो)
  • बिजली या पानी का बिल
  • बैंक पासबुक की कॉपी या बैंक स्टेटमेंट
  • रेंट एग्रीमेंट (अगर आप किराए पर रहते हैं)

3. आय प्रमाण (Income Proof) – (जरूरत पड़ने पर)

  • सैलरी स्लिप (अगर आप नौकरी करते हैं)
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का)
  • इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) की कॉपी
  • बिजनेस के दस्तावेज (अगर आप बिजनेसमैन हैं)

4. क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट

आपको अपने बकाया (outstanding) की सही जानकारी देने के लिए क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट देना होगा। यह स्टेटमेंट बैंक खुद भी निकाल सकता है, लेकिन कई बार वे आपसे इसकी कॉपी मांगते हैं।

5. सेटलमेंट अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter)

अगर आप खुद से बैंक सेटलमेंट के लिए अप्रोच कर रहे हैं, तो आपको एक लिखित अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter) देना होगा, जिसमें आप यह बता सकते हैं कि:

  • आप सेटलमेंट क्यों चाहते हैं?
  • आपकी आर्थिक स्थिति क्या है?
  • आप कितनी राशि एकमुश्त (One-time payment) चुका सकते हैं?

6. बैंक द्वारा दिया गया सेटलमेंट ऑफर लेटर

जब बैंक सेटलमेंट के लिए सहमत हो जाता है, तो वे आपको एक Settlement Offer Letter देते हैं। इसे ध्यान से पढ़ें और उसमें दी गई राशि और शर्तों की पुष्टि करें।

Credit Card Settlement करने से पहले क्या करना चाहिए?

नीचे कुछ कदम दिए गए हैं, जो Credit Card Settlement से पहले अपनाने चाहिए:

  • सबसे पहले अपनी आय, खर्च, और बाकी सभी कर्जों का सही जांच करें। जानें कि आप कितनी रकम चुका सकते हैं।
  • Credit Card Settlement से पहले अपनी समस्या को बैंक या कर्ज देने वाले से स्पष्ट रूप से साझा करें। कई बार वे आपके लिए बेहतर समाधान, जैसे कि ईएमआई कम करना या लोन अवधि बढ़ाना, पेश कर सकते हैं।
  • किसी वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट से संपर्क करें। वे आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं और समझा सकते हैं कि Credit Card Settlement का आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर होगा।
  • अगर आप Credit Card Settlement का निर्णय लेते हैं, तो बैंक द्वारा दी गई शर्तों को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आपसे कोई छिपा शुल्क नहीं लिया जा रहा हैं।
  • Credit Card Settlement करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। यह भविष्य में लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है। इसे ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
  • Credit Card Settlement अंतिम विकल्प होना चाहिए। उससे पहले, पुनर्वित्त (Refinance), ईएमआई कम करवाने, या परिवार और दोस्तों से मदद मांगने जैसे अन्य विकल्पों पर विचार करें।

Credit Card Settlement करने के लिए कैसे अप्लाई करें?

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बकाया चुकाने में असमर्थ हैं और भारी ब्याज दरों से परेशान हैं, तो Credit Card Settlement एक संभावित समाधान हो सकता है। इस प्रक्रिया के तहत, बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी आपकी कुल बकाया राशि का कुछ हिस्सा माफ कर सकती है और आपको एकमुश्त भुगतान (One-time Settlement) करने का विकल्प देती है। हालांकि, यह आपके CIBIL स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाएं।

Credit Card Settlement के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले यह तय करें कि आप क्रेडिट कार्ड के पूरे बकाए का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं।
  • अपनी आय और खर्चों की जांच करें और तय करें कि आप ज्यादा से ज्यादा कितनी राशि चुका सकते हैं।
  • अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी के कस्टमर केयर से बात करें और उन्हें अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के बारे में बताएं।
  • बैंक से सेटलमेंट ऑफर मांगें और बातचीत शुरू करें।
  • बैंक आपको एक सेटलमेंट अमाउंट ऑफर करेगा, जो आपकी कुल बकाया राशि से कम होगा।
  • अगर आप इस राशि से सहमत नहीं हैं, तो बैंक से बातचीत करें और अपने भुगतान करने की क्षमता के अनुसार राशि को कम करने की कोशिश करें।
  • जब बैंक और आप किसी निश्चित राशि पर सहमत हो जाएं, तो तय करें कि आपको एक लिखित सेटलमेंट लेटर मिले।
  • इसमें सेटलमेंट की शर्तें, भुगतान की तारीखें, और अन्य नियम सही से उल्लेखित होने चाहिए।
  • एक बार सेटलमेंट हो जाने के बाद, तय समय के भीतर पूरा भुगतान करें।
  • भुगतान के बाद बैंक से नो ड्यू सर्टिफिकेट (NOC) या फाइनल सेटलमेंट लेटर प्राप्त करें।
  • सेटलमेंट के बाद, सुनिश्चित करें कि बैंक आपकी CIBIL रिपोर्ट में “सेटल्ड” स्टेटस अपडेट कर दे।
  • यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए भविष्य में इसे सुधारने के लिए अच्छे वित्तीय प्रबंधन की आदत डालें।

Credit Card Settlement करने के बाद CIBIL स्कोर पर क्या असर पडता हैं?

सेटलमेंट का क्रेडिट स्कोर (Credit Card EMI) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका असर निम्नलिखित तरीकों से देखा जा सकता है:

  • सेटलमेंट की प्रक्रिया के बाद, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दर्ज हो जाती है, कि आपने अपना कर्ज “सेटल” किया है। यह एंट्री आपके क्रेडिट इतिहास में 7 साल तक बनी रहती है और इसे लेंडर्स या अन्य क्रेडिटर्स द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जा सकता है, जो भविष्य में कर्ज लेने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
  • चूंकि सेटलमेंट का मतलब होता है कि आपने पूरा कर्ज चुकाया नहीं है, भविष्य में जब आप नया कर्ज लेने की कोशिश करेंगे, तो बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट को देखकर आपके आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं या आपको उच्च ब्याज दरों पर कर्ज दे सकते हैं।
  • सेटलमेंट के बाद, अगर आपके पास कोई क्रेडिट कार्ड या अन्य क्रेडिट लाइन है, तो आपके क्रेडिट लिमिट को कम किया जा सकता है, क्योंकि क्रेडिटर्स को लगता है कि आप ज्यादा जोखिम वाले ग्राहक हो सकते हैं।
  • अगर आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है, तो आपके लिए लोन, क्रेडिट कार्ड, या किसी अन्य प्रकार की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। इससे आपकी वित्तीय स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है, खासकर अगर आपको भविष्य में किसी वित्तीय आपातकाल का सामना करना पड़े।
  • जब आप अपने बैंक के साथ सेटलमेंट के लिए समझौता करते हैं, तो आप पूरी उधारी का भुगतान नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि एक निश्चित राशि का भुगतान कर रहे होते हैं जो मूल राशि से कम होती है। इसे क्रेडिट ब्यूरो द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आप अपने कर्ज को चुकाने में असमर्थ रहे हैं। नतीजतन, आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।

Credit Card Settlement करने का क्या फायदा होता हैं?

आइए जानते हैं कि Credit Card Settlement करने के क्या फायदे होते है:

  • अगर आपका क्रेडिट कार्ड का बकाया बहुत ज्यादा हो गया है और आप इसे चुकाने में असमर्थ हैं, तो सेटलमेंट करने से आपको बहुत बड़ी राहत मिल सकती है। 
  • जब आप लगातार अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ Legal Notice भेज सकता है और रिकवरी एजेंट (Credit Card EMI) भी भेज सकता है। 
  • Credit Card Settlement में आपको एक बार में ही कुछ तय रकम चुकानी होती है, जिससे आपका कर्ज पूरी तरह समाप्त हो जाता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है जो एक बार में थोड़ी रकम जुटाकर कर्ज से बाहर निकलना चाहते हैं।
  • लगातार बढ़ते कर्ज और बैंक की कॉल्स से मानसिक तनाव बढ़ जाता है। अगर आप सेटलमेंट कर लेते हैं, तो आपको इस चिंता से राहत मिलती है और आप अपनी वित्तीय स्थिति को दोबारा सुधारने पर ध्यान दे सकते हैं।
  • क्रेडिट कार्ड का ब्याज बहुत ज्यादा होता है, जो 30-45% तक सालाना हो सकता है। अगर आप समय पर भुगतान नहीं कर रहे हैं, तो ब्याज और लेट पेमेंट फीस लगातार बढ़ती रहती है। 
  • हालांकि, सेटलमेंट करने से आपका CIBIL स्कोर कम हो सकता है, लेकिन अगर आप सेटलमेंट के बाद वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हैं और समय पर अपने अन्य लोन और बिलों का भुगतान करते हैं, तो आप धीरे-धीरे अपना स्कोर (Credit Card EMI) सुधार सकते हैं।

Credit Card Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं?

आइए विस्तार से जानते हैं कि Credit Card Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं।

  • Credit Card Settlement का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि इससे आपका CIBIL स्कोर खराब हो जाता है। जब आप पूरा बकाया चुकाने के बजाय बैंक से समझौता करके कम रकम चुकाते हैं, तो बैंक इसे “सेटल” (Settled) स्टेटस में रिपोर्ट करता है। यह स्टेटस आपके क्रेडिट रिपोर्ट में 7 साल तक बना रह सकता है, जिससे भविष्य में लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है।
  • अगर आपने किसी बैंक के साथ क्रेडिट कार्ड सेटल किया है, तो वही बैंक आपको भविष्य में फिर से क्रेडिट कार्ड (Credit Card EMI) जारी करने से मना कर सकता है। यहां तक कि कुछ बैंक आपको अपनी ब्लैकलिस्ट में भी डाल सकते हैं, जिससे आप उनके किसी भी क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए अयोग्य हो सकते हैं।
  • कुछ मामलों में, जब आप भविष्य में किसी अन्य बैंक से लोन लेने जाते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री देखकर आपसे पहले का सेटलमेंट अमाउंट पूरा चुकाने के लिए कह सकता है। यानी अगर आपने 1 लाख रुपये के बकाए पर 50,000 रुपये देकर सेटलमेंट किया था, तो नया बैंक आपसे बची हुई 50,000 रुपये की मांग कर सकता है।
  • Credit Card Settlement करने से बैंक के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं। बैंक इसे इस नजर से देखता है कि आपने अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरी तरह नहीं निभाया हैं, जिससे भविष्य में आपको बैंकिंग सेवाओं में दिक्कतें आ सकती हैं।
  • अगर आपने एक बार Credit Card Settlement किया है, तो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाएं आपको “हाई-रिस्क कस्टमर” मान सकती हैं। इससे होम लोन, पर्सनल लोन या बिजनेस लोन मिलने में परेशानी हो सकती है, या फिर बैंक आपसे ऊंची ब्याज दर (High Interest Rate) पर लोन दे सकता है।

निष्कर्ष

आजकल क्रेडिट कार्ड (Credit Card EMI) हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। इससे हम तुरंत ज़रूरत की चीजो को खरीद सकते हैं और बाद में उसका भुगतान कर सकते हैं। लेकिन जब खर्चा ज़्यादा हो जाता है और एक साथ चुकाना मुश्किल होता है, तब EMI का विकल्प बहुत मददगार साबित होता है। EMI के ज़रिए हम बड़े खर्च को छोटे-छोटे मासिक किस्तों में बांट सकते हैं, जिससे हमारे बजट पर ज्यादा दबाव नहीं आता हैं।

लेकिन यह तभी तक अच्छा है, जब तक हम EMI का भुगतान समय पर करते रहें। जैसे ही हम EMI (Credit Card EMI) चुकाने में चूक जाते हैं या समय पर भुगतान नहीं करते हैं, तब यह सहूलियत हमारे लिए परेशानी बन सकती है। सबसे पहले तो बैंक लेट पेमेंट चार्ज और भारी ब्याज लगाना शुरू कर देता है। इसके अलावा आपका CIBIL स्कोर भी खराब हो सकता है, जो भविष्य में लोन या किसी भी क्रेडिट फैसिलिटी को लेने में अड़चन पैदा करेगा।

अगर आप लगातार क्रेडिट कार्ड की EMI (Credit Card EMI) को नहीं चुकाते हैं, तो बैंक की तरफ से रिकवरी कॉल, लीगल नोटिस और यहां तक कि कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप EMI को हल्के में न लें और हर महीने की तय तारीख से पहले उसे चुका दें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

Que: सेटलमेंट करने के कितने समय बाद क्रेडिट स्कोर सुधारना शुरू होता है?

Ans: अगर आप सेटलमेंट के बाद सही वित्तीय आदतें अपनाते हैं, तो 6-12 महीनों में क्रेडिट स्कोर में सुधार दिखने लगेगा। लेकिन पूरी तरह से अच्छा स्कोर पाने में 2-3 साल लग सकते हैं।

Que: क्या सेटलमेंट करने के बाद भी मैं नया क्रेडिट कार्ड ले सकता हूँ?

Ans: हाँ, लेकिन बैंक आपके पुराने क्रेडिट व्यवहार को देखकर फैसला करेगा। अगर आपकी रिपोर्ट में “Settled” स्टेटस है, तो नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन मंजूर होने की संभावना कम हो सकती है।

Que: क्या Credit Card Settlement करने से मेरा CIBIL स्कोर कितना गिर सकता है?

Ans: सेटलमेंट करने से CIBIL स्कोर 50-100 पॉइंट या उससे ज्यादा गिर सकता है। इससे आपकी क्रेडिट योग्यता (creditworthiness) कमजोर हो जाती है, जिससे बैंक भविष्य में आपको लोन देने में संकोच कर सकते हैं।

Que: क्या सेटलमेंट करने के बाद मैं फिर से लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकता हूँ?

Ans: हाँ, लेकिन बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट को देखकर फैसला करेगा। अगर आपकी रिपोर्ट में “Settled” स्टेटस होगा, तो बैंक आपकी आवेदन को अस्वीकार कर सकता है या उच्च ब्याज दर पर लोन दे सकता है।

Que: क्या Credit Card Settlement टैक्स के तहत आता है?

Ans: अगर आपकी सेटलमेंट राशि में कोई छूट दी गई है और वह ₹50,000 से ज्यादा है, तो बैंक इसे टैक्सेबल इनकम के रूप में दिखा सकता है, जिसके लिए आपको टैक्स देना पड़ सकता है।

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