क्या बैंक Credit Card Settlement पर ब्याज वसूलती है?

Does the bank charge interest on credit card settlement

Table of Contents

संक्षेप

Credit Card Settlement तब किया जाता है जब ग्राहक पूरी बकाया राशि चुकाने में असमर्थ होता है और बैंक से कुछ छूट प्राप्त करता है। हालांकि, इसमें एक महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि क्या बैंक सेटलमेंट पर ब्याज वसूलती है? इसका उत्तर ग्राहक की स्थिति, बैंक की नीति और सेटलमेंट के प्रकार पर निर्भर करता है। आमतौर पर, बैंक सेटलमेंट के दौरान कुछ ब्याज और अन्य शुल्क वसूल सकती है, खासकर अगर भुगतान किश्तों में (EMI) किया जा रहा हो। 

क्रेडिट कार्ड सेटलमेंट करने से CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, जिससे भविष्य में लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है। साथ ही, बैंक सेटलमेंट के बाद ग्राहक को हाई-रिस्क कैटेगरी में डाल सकती है, जिससे आगे चलकर वित्तीय सुविधाएँ प्राप्त करने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए, सेटलमेंट से पहले बैंक से स्पष्ट रूप से ब्याज और अन्य शुल्कों की जानकारी लेना जरूरी है।

बेहतर होगा कि ग्राहक समय पर भुगतान करे ताकि सेटलमेंट की जरूरत ही न पड़े। अगर भुगतान करने में कठिनाई हो रही है, तो बैंक से EMI प्लान की मांग करना या एकमुश्त भुगतान करना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इससे ब्याज और अतिरिक्त शुल्क कम हो सकते हैं। अंत में, क्रेडिट कार्ड का सोच-समझकर इस्तेमाल करना ही सबसे अच्छा उपाय है ताकि आर्थिक परेशानियों से बचा जा सके।

परिचय

क्रेडिट कार्ड एक बहुत ही सुविधाजनक वित्तीय उपकरण है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो यह आर्थिक परेशानी का कारण बन सकता है। जब कार्डधारक किसी कारणवश अपने क्रेडिट कार्ड का पूरा बकाया चुकाने में असमर्थ होता है, तो वह Credit Card Settlement का विकल्प चुन सकता है। लेकिन यह प्रक्रिया कई मुश्किलों के साथ आती है, जिनमें से एक बड़ा सवाल यह होता है – क्या बैंक Credit Card Settlement पर ब्याज वसूलती है?

जब कोई व्यक्ति अपने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि का भुगतान समय पर नहीं कर पाता हैं, तो बैंक या वित्तीय संस्थान उस पर लेट पेमेंट चार्ज, पेनल्टी और ऊँची ब्याज दर वसूलते हैं। अगर स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है और ग्राहक पूरी राशि चुकाने में असमर्थ रहता है, तो बैंक उसे सेटलमेंट ऑफर कर सकती है। Credit Card Settlement का मतलब यह होता है कि बैंक और ग्राहक के बीच एक सहमति बनती है, जिसमें बैंक कुल बकाया राशि से कुछ छूट देकर एक निश्चित राशि स्वीकार करने के लिए तैयार हो जाता है।

लेकिन यहाँ महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि इस सेटलमेंट के बाद भी क्या बैंक ब्याज वसूलती है? इसका उत्तर ग्राहक की स्थिति, बैंक की नीति और सेटलमेंट के प्रकार पर निर्भर करता है। आमतौर पर, जब कोई व्यक्ति सेटलमेंट की प्रक्रिया अपनाता है, तो बैंक ब्याज को माफ कर सकती है या उसे कम कर सकती है। लेकिन कई मामलों में बैंक सेटलमेंट के दौरान भी ब्याज की एक निश्चित राशि वसूलती हैं, खासकर अगर भुगतान किश्तों में किया जा रहा हो।

इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि बैंक Credit Card Settlement पर ब्याज क्यों और कैसे वसूलती है, किन परिस्थितियों में ब्याज माफ हो सकता है और इससे बचने के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए।

Credit Card Settlement क्या होता है?

क्रेडिट कार्ड सेटलमेंट एक ऐसी प्रक्रिया हैं जिसमे आप एकमुश्त भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड पर बकया राशि का एक हिस्सा माफ़ करने के लिए अपने लेनदार से बातचीत करते हैं। यह एक ऐसा समझौता होता हैं जिसे आप अपने कार्ड जारीकर्ता के साथ अंतिम उपायें के रूप में तब करते हैं जब आप देखते हैं की आपके क्रेडिट कार्ड पर कर्ज बढ़ता जा रहा हैं। 

ऐसा फ़िज़ूल के खर्च से लेकर लापरवाही से खर्च करने की आदतों तक कई कारणों से हो सकता हैं। जब आपका कर्ज बढ़ता है तो उसपर ब्याज भी बढ़ता हैं जिससे आपको बकाया राशि चुकाने में मुश्किल हो सकती हैं। अगर आपको इससे बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं तो आप Credit Card Settlement की सिफारिश कर सकते हैं।

Credit Card Settlement की विशेषताएँ क्या होती हैं?

 इसकी कुछ मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  • Credit Card Settlement की प्रक्रिया आसान और सीधी होती है। आपको होम क्रेडिट से संपर्क करना होता है और उनकी शर्तों पर सहमति देनी होती है।
  • सेटलमेंट प्रक्रिया जल्दी पूरी हो जाती है, जिससे आपको अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने में मदद मिलती है।
  • सेटलमेंट के बाद होम क्रेडिट एक नो ड्यू सर्टिफिकेट जारी करता है, जो यह साबित करता है कि आपका लोन अब पूरा हो चुका है।
  • Credit Card Settlement करने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है। यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में “सेटल्ड” के रूप में दर्ज होता है, जो भविष्य में लोन लेने में कठिनाई पैदा कर सकता है।
  • यह विकल्प केवल तभी उपलब्ध होता है, जब उधारकर्ता लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ हो और अन्य सभी विकल्पों का इस्तेमाल कर चुका हो।
  • Credit Card Settlement में आपको पूरी लोन राशि नहीं चुकानी पड़ती हैं। केवल एक निश्चित हिस्सा चुकाकर आप अपने लोन को निपटा सकते हैं।

Credit Card Settlement करने के क्या कारण होते हैं?

नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:

  • अगर व्यक्ति की नौकरी चली जाए, आय का स्रोत बंद हो जाए, या व्यापार में भारी नुकसान हो, तो समय पर लोन चुकाना मुश्किल हो सकता है।
  • बड़ी बीमारी या मेडिकल इमरजेंसी में अचानक खर्च बढ़ जाने पर लोन चुकाने के लिए पैसे की कमी हो सकती है।
  • कई बार व्यक्ति के ऊपर एक से ज्यादा लोन का बोझ होता है, जिसे समय पर चुकाना मुश्किल हो जाता है।
  • किसी प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, या परिवार में कोई बड़ा संकट आने से लोन चुकाने में परेशानी हो सकती है।
  • अगर लोन की ब्याज दर बहुत ज्यादा हो और किस्त चुकाने में परेशानी हो, तो Credit Card Settlement का सहारा लिया जाता है।
  • कई बार व्यक्ति लोन लेने के बाद अपने खर्चों और आय का सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाता हैं, जिससे भुगतान करने में दिक्कत होती है।

Personal Loan Settlement और Credit Card Loan Settlement में क्या फ़र्क़ होता है?

हालांकि, Personal Loan Settlement और Credit Card Settlement दोनों का उद्देश्य कर्जदार को राहत देना होता है, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी होते हैं।

अंतर के बिंदुPersonal Loan SettlementCredit Card Settlement
प्रकारकिसी भी प्रकार के लोन (पर्सनल, होम, कार, एजुकेशन, आदि) का निपटाराकेवल क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि का निपटारा
सेटलमेंट प्रक्रियाबैंक एकमुश्त राशि को तय करता है, जिसे चुकाने पर लोन सेटल हो जाता है। क्रेडिट कार्ड कंपनी एक तय की गई राशि पर समझौता करती है। 
CIBIL स्कोर पर प्रभावCIBIL स्कोर 50-100 पॉइंट तक गिर सकता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता हैCIBIL स्कोर पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है, और नए क्रेडिट कार्ड पाना मुश्किल हो सकता है। 
भविष्य में लोन मिलने की संभावनाहोम लोन, कार लोन या अन्य लोन प्राप्त करने में समस्या आ सकती हैक्रेडिट कार्ड कंपनियां कार्ड जारी करने से इनकार कर सकती हैं। 
ब्लैकलिस्ट होने की संभावनाकमखासकर क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा

Credit Card Settlement करने के लिए कौनसे दस्तावेजो की जरुरत होती हैं?

अगर आप किसी कारणवश अपने क्रेडिट कार्ड का पूरा भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, तो Credit Card Settlement एक विकल्प हो सकता है। इसमें बैंक या लोन देने वाली संस्था (NBFC) आपके बकाया लोन पर कुछ छूट देकर एक निश्चित राशि में समझौता कर लेती है। लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।

Credit Card Settlement के लिए आवश्यक दस्तावेज:

1. पहचान प्रमाण (Identity Proof)

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी
  • ड्राइविंग लाइसेंस

2. पते का प्रमाण (Address Proof)

  • आधार कार्ड
  • बिजली या पानी का बिल
  • बैंक पासबुक या स्टेटमेंट
  • राशन कार्ड
  • पासपोर्ट

3. आय प्रमाण (Income Proof)

  • सैलरी स्लिप (पिछले 3-6 महीने की)
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6-12 महीने की)
  • इनकम टैक्स रिटर्न (ITR)
  • फॉर्म-16

4. लोन एग्रीमेंट (Loan Agreement)

यह वह दस्तावेज होता है, जो बैंक या NBFC द्वारा लोन देने के समय जारी किया गया था। इसमें लोन की शर्तें और आपकी बकाया राशि का विवरण होता है।

5. CIBIL रिपोर्ट (Credit Score Report)

Credit Card Settlement के दौरान बैंक आपके CIBIL स्कोर की जांच करता है, जिससे उन्हें आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के बारे में जानकारी मिलती है। यह रिपोर्ट आपके क्रेडिट व्यवहार और मौजूदा लोन की स्थिति को दर्शाती है।

6. सेटलमेंट अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter)

अगर आप Credit Card Settlement करवाना चाहते हैं, तो आपको बैंक को एक लिखित अनुरोध पत्र देना होगा, जिसमें आप अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति और सेटलमेंट की आवश्यकता के बारे में बताएंगे।

Credit Card Settlement करने से पहले क्या करना चाहिए?

नीचे कुछ कदम दिए गए हैं, जो Credit Card Settlement से पहले अपनाने चाहिए:

  • सबसे पहले अपनी आय, खर्च, और बाकी सभी कर्जों का सही जांच करें। जानें कि आप कितनी रकम चुका सकते हैं।
  • Credit Card Settlement से पहले अपनी समस्या को बैंक या कर्ज देने वाले से स्पष्ट रूप से साझा करें। कई बार वे आपके लिए बेहतर समाधान, जैसे कि ईएमआई कम करना या लोन अवधि बढ़ाना, पेश कर सकते हैं।
  • किसी वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट से संपर्क करें। वे आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं और समझा सकते हैं कि Credit Card Settlement का आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर होगा।
  • अगर आप Credit Card Settlement का निर्णय लेते हैं, तो बैंक द्वारा दी गई शर्तों को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आपसे कोई छिपा शुल्क नहीं लिया जा रहा हैं।
  • Credit Card Settlement करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। यह भविष्य में लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है। इसे ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
  • Credit Card Settlement अंतिम विकल्प होना चाहिए। उससे पहले, पुनर्वित्त (Refinance), ईएमआई कम करवाने, या परिवार और दोस्तों से मदद मांगने जैसे अन्य विकल्पों पर विचार करें।

Credit Card Settlement करने की प्रक्रिया क्या हैं?

नीचे Credit Card Settlement करने की प्रक्रिया को आसान शब्दों में समझाया गया है:

  • सबसे पहले यह तय करें कि आप पूरी लोन राशि क्यों नहीं चुका पा रहे हैं। अपनी वित्तीय स्थिति और भुगतान की क्षमता की जांच करें।
  • होम क्रेडिट के कस्टमर केयर या नजदीकी ब्रांच में संपर्क करें। उन्हें अपनी मौजूदा वित्तीय समस्याओं के बारे में बताएं और Credit Card Settlement के विकल्प के लिए चर्चा करें।
  • होम क्रेडिट आपकी स्थिति को समझकर एक सेटलमेंट प्रस्ताव देगा। यह प्रस्ताव लोन राशि का एक हिस्सा चुकाने के लिए होगा।
  • सेटलमेंट प्रस्ताव में दी गई शर्तों को ध्यान से पढ़ें। यह सुनिश्चित करें कि आप समझते हैं कि सेटलमेंट के बाद आपके क्रेडिट स्कोर और भविष्य में लोन लेने की योग्यता पर क्या असर पड़ेगा।
  • जब आप प्रस्ताव को स्वीकार कर लें, तो तय की गई सेटलमेंट राशि को समय पर चुका दें। यह आमतौर पर एकमुश्त भुगतान होता है।
  • भुगतान के बाद होम क्रेडिट से एक लिखित प्रमाण (नो ड्यू सर्टिफिकेट) प्राप्त करें। यह प्रमाण आपके Credit Card Settlement के पूरा होने का सबूत होगा और भविष्य में किसी भी विवाद से बचने में मदद करेगा।
  • सेटलमेंट के बाद अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें। सुनिश्चित करें कि Credit Card Settlement का विवरण सही तरीके से दर्ज हुआ है।

Credit Card Settlement करने के बाद CIBIL स्कोर पर क्या असर पडता हैं?

सेटलमेंट का क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका असर निम्नलिखित तरीकों से देखा जा सकता है:

  • सेटलमेंट की प्रक्रिया के बाद, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दर्ज हो जाती है, कि आपने अपना कर्ज “सेटल” किया है। यह एंट्री आपके क्रेडिट इतिहास में 7 साल तक बनी रहती है और इसे लेंडर्स या अन्य क्रेडिटर्स द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जा सकता है, जो भविष्य में कर्ज लेने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
  • चूंकि सेटलमेंट का मतलब होता है कि आपने पूरा कर्ज चुकाया नहीं है, भविष्य में जब आप नया कर्ज लेने की कोशिश करेंगे, तो बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट को देखकर आपके आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं या आपको उच्च ब्याज दरों पर कर्ज दे सकते हैं।
  • सेटलमेंट के बाद, अगर आपके पास कोई क्रेडिट कार्ड या अन्य क्रेडिट लाइन है, तो आपके क्रेडिट लिमिट को कम किया जा सकता है, क्योंकि क्रेडिटर्स को लगता है कि आप ज्यादा जोखिम वाले ग्राहक हो सकते हैं।
  • अगर आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है, तो आपके लिए लोन, क्रेडिट कार्ड, या किसी अन्य प्रकार की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। इससे आपकी वित्तीय स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है, खासकर अगर आपको भविष्य में किसी वित्तीय आपातकाल का सामना करना पड़े।
  • जब आप अपने बैंक के साथ सेटलमेंट के लिए समझौता करते हैं, तो आप पूरी उधारी का भुगतान नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि एक निश्चित राशि का भुगतान कर रहे होते हैं जो मूल राशि से कम होती है। इसे क्रेडिट ब्यूरो द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आप अपने कर्ज को चुकाने में असमर्थ रहे हैं। नतीजतन, आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।

क्या बैंक Credit Card Settlement पर ब्याज वसूलती है?

हाँ, बैंक आमतौर पर Credit Card Settlement पर ब्याज वसूलती हैं, लेकिन यह पूरी तरह से बैंक की नीति और सेटलमेंट के प्रकार पर निर्भर करता है। Credit Card Settlement का मतलब होता है कि बैंक ग्राहक को पूरी बकाया राशि से कुछ छूट देकर एक निश्चित रकम चुकाने का विकल्प देती है। हालांकि, इस प्रक्रिया में ब्याज, पेनल्टी चार्ज और अन्य शुल्क जोड़े जा सकते हैं।

कैसे वसूला जाता है ब्याज?

  • अगर क्रेडिट कार्ड का बकाया काफी समय से पेंडिंग है, तो बैंक उस पर पहले से ही ब्याज जोड़ चुकी होती है।
  • अगर बैंक ग्राहक को एकमुश्त भुगतान (Lump Sum Payment) करने का विकल्प देती है, तो ब्याज कम हो सकता है। लेकिन लेकिन बैंक किश्तों में भुगतान करने की अनुमति देती है, तो ब्याज दर लागू हो सकती है।
  • कई बार बैंक ब्याज को माफ कर देती है लेकिन अन्य शुल्क जैसे लेट फीस, पेनल्टी, और प्रोसेसिंग चार्ज वसूलती है।

ब्याज माफ होने की संभावनाएँ

  • अगर ग्राहक एकमुश्त भुगतान करता है, तो बैंक ब्याज में छूट दे सकती है।
  • अगर ग्राहक बैंक से अच्छी तरह बातचीत और मोलभाव करता है, तो ब्याज कम हो सकता है।
  • बैंक की नीति और ग्राहक की क्रेडिट प्रोफाइल पर भी यह निर्भर करता है।

Credit Card Settlement करने के क्या फायदे होते हैं?

इसके कई फायदे होते हैं, जो की निम्नलिखित हैं:

  • Credit Card Settlement से कर्जदार की वित्तीय स्थिति में सुधार होता है।
  • Credit Card Settlement से आप अपनी आय और व्यय को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं और भविष्य में वित्तीय संकट से बच सकते हैं।
  • Credit Card Settlement के माध्यम से, कर्जदार  को अपने कर्ज का कुछ हिस्सा माफ करवाने का मौका मिलता है।
  • यह उसकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में मदद करता है और उसे भारी वित्तीय बोझ से राहत दिलवाता है।
  • हालांकि Credit Card Settlement से कर्जदार  का क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है, लेकिन समय पर और सही तरीके से समझौते का पालन करने से वह अपने क्रेडिट स्कोर को धीरे-धीरे सुधार सकता है।
  • कर्ज का भारी बोझ अक्सर मानसिक तनाव का कारण बनता है। Credit Card Settlement से कर्जदार  को इस तनाव से राहत मिलती है और वह अपने जीवन में मानसिक शांति पा सकता है।

Credit Card Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं?

इसके कई नुकसान होते हैं, जो की निम्नलिखित हैं:

  • Credit Card Settlement भविष्य में नए कर्ज लेने या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने में कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है।
  • Credit Card Settlement के दौरान, बैंक और कर्जदार  के बीच जो समझौता होता है, उसमें कई शर्तें होती हैं। कर्जदार  को इन शर्तों का पालन करना जरूरी होता है, जिससे उसकी स्वतंत्रता सीमित हो सकती है।
  • Credit Card Settlement के बाद, कर्जदार  का क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है।
  • भविष्य में, कर्जदार को इन संस्थानों से कर्ज प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
  • Credit Card Settlement के कारण, कर्जदार  के बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं।
  • Credit Card Settlement के माध्यम से, कर्जदार  का पूरा लोन माफ नहीं होता है। उसे अभी भी कुछ राशि का भुगतान करना होता है, जो उसकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

निष्कर्ष

Credit Card Settlement एक ऐसा विकल्प होता है, जब ग्राहक अपने क्रेडिट कार्ड की पूरी बकाया राशि चुकाने में असमर्थ होता है और बैंक से रियायत की मांग करता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि सेटलमेंट करने से बैंक द्वारा ब्याज, लेट फीस और अन्य शुल्क वसूले जा सकते हैं। कुछ मामलों में, अगर ग्राहक एकमुश्त भुगतान करता है, तो बैंक ब्याज को माफ कर सकती है, लेकिन कई बार किश्तों में भुगतान करने पर ब्याज दरें लागू होती हैं।

अगर आप Credit Card Settlement करने जा रहे हैं, तो सबसे पहले बैंक से सभी शर्तों को स्पष्ट रूप से समझ लें। यह जानना जरूरी है कि सेटलमेंट करने के बाद आपका CIBIL स्कोर प्रभावित हो सकता है, जिससे भविष्य में लोन या नए क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है।

बेहतर होगा कि आप सेटलमेंट के बजाय पूर्ण भुगतान (Full Payment) या ईएमआई (EMI) प्लान के विकल्पों पर विचार करें। इससे न केवल आपका क्रेडिट स्कोर सुरक्षित रहेगा, बल्कि भविष्य में आपको किसी वित्तीय समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। यदि आप सेटलमेंट के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं देख रहे हैं, तो बैंक से बातचीत करके ब्याज और अन्य शुल्कों में ज्यादा छूट प्राप्त करने की कोशिश करें।

अकसर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

Que: क्या सेटलमेंट के बाद मैं भविष्य में लोन ले सकता हूं?

Ans:  सेटलमेंट के बाद लोन मिलना मुश्किल हो सकता है। बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री देखकर आपको “High-Risk Borrower” मान सकते हैं और लोन देने से इनकार कर सकते हैं या उच्च ब्याज दर पर लोन दे सकते हैं।

Que: क्या सेटलमेंट के बाद भी मैं नया क्रेडिट कार्ड ले सकता हूं?

Ans: यह मुश्किल हो सकता है। कई बैंक सेटलमेंट के बाद क्रेडिट कार्ड देने से बचते हैं या बहुत कम क्रेडिट लिमिट प्रदान करते हैं।

Que: सेटलमेंट की एंट्री कितने साल तक क्रेडिट रिपोर्ट में रहती है?

Ans: सेटलमेंट की एंट्री 7 साल तक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में रह सकती है, जिससे इस दौरान लोन या क्रेडिट कार्ड लेना कठिन हो सकता है।

Que: क्या बैंक मुझसे सेटलमेंट के बाद भी बची हुई राशि मांग सकता है?

Ans:  नहीं, एक बार सेटलमेंट हो जाने के बाद बैंक आपको बची हुई राशि के लिए परेशान नहीं करेगा। लेकिन यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर नकारात्मक प्रभाव जरूर डालता है।

Que: क्या Credit Card Settlement करने से मेरा क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा?

Ans:  हां, जब आप सेटलमेंट करते हैं, तो इसे आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में “Settled” के रूप में दर्ज किया जाता है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score) कम हो सकता है और भविष्य में लोन लेने में दिक्कत आ सकती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Schedule Appointment

Fill out the form below, and we will be in touch shortly.