Loan Settlement के Fraud को कैसे पहचाने?

How to identify loan settlement fraud

संक्षेप 

Loan Settlement एक ऐसा विकल्प होता है, जो उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है जो लोन की रकम समय पर नहीं चुका पा रहे हैं। सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि सेटलमेंट एक गंभीर प्रक्रिया है, जिसे केवल बैंक के माध्यम से ही किया जाना चाहिए। इसके बाद, जब कोई अनजान व्यक्ति आपको फोन, ईमेल या मैसेज के जरिए लोन सेटलमेंट का प्रस्ताव दे, तो वहां से सतर्क हो जाना चाहिए।

इसके अलावा, अगर वह व्यक्ति पहले प्रोसेसिंग फीस मांगता है, बिना दस्तावेज दिखाए सेटलमेंट की बात करता है या बैंक की बजाय किसी थर्ड पार्टी अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने को कहता है, तो यह एक बड़ा संकेत हो सकता है कि वह फ्रॉड है। इसी तरह, अगर कोई एजेंट यह दावा करता है कि वह बिना आपकी बैंक विज़िट के सेटलमेंट करवा देगा, तो उसकी विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा होता है।

इसलिए, किसी भी लुभावने ऑफर में फंसने से पहले पूरी तरह से जांच करें। बैंक से खुद संपर्क करें, हेल्पलाइन नंबर या शाखा में जाकर सही जानकारी लें। आखिर में, जानकारी और जागरूकता ही आपको ऐसे फ्रॉड से बचा सकती है।

असलियत में, तकनीक के इस युग में धोखेबाज़ी के तरीके भी विकसित हो गए हैं, परंतु यदि हम सतर्क रहें और सही जानकारी रखें, तो खुद को और दूसरों को इस प्रकार की धोखाधड़ी से सुरक्षित रख सकते हैं।

परिचय

आजकल जब देश में डिजिटल लेन-देन और ऑनलाइन की सुविधाएं तेजी से बढ़ रही हैं, उसी के साथ-साथ धोखाधड़ी और फ्रॉड के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। खासकर वित्तीय मामलों में – जैसे कि Loan Settlement – अब Fraudsters यानी ठगों ने अपना नया अड्डा बना लिया है। बहुत से लोग जो बैंक या एनबीएफसी (NBFC) से लिए गए लोन को चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं, वे “Loan Settlement” का रास्ता चुनते हैं।

आपने भी कभी न कभी यह सुना होगा – “आपका लोन सेटल करवा देंगे, 70% तक माफ हो जाएगा”, “CIBIL स्कोर बिना बिगाड़े लोन बंद करवा देंगे”, “कोई भी EMI नहीं देनी पड़ेगी, हम बैंक से निपट लेंगे”। ऐसे वादे सुनने में भले ही लुभावने लगते हों, लेकिन सच्चाई यह है कि इनमें से ज्यादातर वादे धोखाधड़ी का हिस्सा होते हैं। बहुत से लोग अपनी मेहनत की कमाई इन फर्जी एजेंटों को दे बैठते हैं, और आखिर में न तो उनका लोन सेटल होता है और न ही पैसे वापस मिलते हैं।

Loan Settlement एक कानूनी प्रक्रिया होती है जिसमें बैंक और ग्राहक के बीच आपसी सहमति से लोन की राशि का कुछ हिस्सा चुकाकर लोन अकाउंट को बंद कर दिया जाता है। लेकिन यह काम सिर्फ बैंक के वेरिफाइड प्रतिनिधि या वेरिफाइड रिकवरी एजेंसी के ज़रिए किया जा सकता है। कोई भी बाहरी एजेंसी जो खुद को बैंक का एजेंट बताकर आपसे पैसे ले, वो भरोसेमंद नहीं होती जब तक कि आप उसकी पहचान की जांच न कर लें।

आज के इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि Loan Settlement के नाम पर होने वाले फ्रॉड को कैसे पहचाना जा सकता है, कौन-कौन से संकेत बताते हैं कि सामने वाला एजेंट फर्जी है, और आप खुद को और अपने पैसे को इस तरह की धोखाधड़ी से कैसे बचा सकते हैं।

Loan Settlement क्या होता हैं? 

यह एक ऐसी वित्तीय प्रक्रिया होती है जिसमें बैंक या वित्तीय संस्था लोन लेने वाले व्यक्ति को पूरी बकाया लोन की राशि को चुकाने के बजाय कम राशि देकर लोन निपटाने का मौका देती है। यह सुविधा उन लोगों के लिए होती है जो किसी कारण से अपना लोन समय पर नहीं चुका पाते हैं और लगातार डिफॉल्ट कर रहे होते हैं। 

सेटलमेंट के तहत बैंक एकमुश्त राशि (लंपसम अमाउंट) पर सहमति बना सकता है, जिससे लोन बंद हो जाता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि Loan Settlement करने से आपका CIBIL स्कोर प्रभावित हो सकता है, जिससे भविष्य में आपको लोन लेने में  मुश्किल हो सकती है। इसलिए, इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाना चाहिए।

Loan Settlement की प्रक्रिया काम कैसे करती है?

जब कोई व्यक्ति अपने पर्सनल लोन की EMI समय पर चुकाने में असमर्थ हो जाता है और लंबे समय तक बकाया राशि जमा हो जाती है, तो बैंक या वित्तीय संस्था Loan Settlement का विकल्प देती है। इसमें बैंक ग्राहक को पूरी बकाया राशि के बजाय रियायती रकम (discounted amount) चुकाने का मौका देता है, जिससे लोन का मामला निपट जाता है।

सेटलमेंट की प्रक्रिया में ग्राहक और बैंक के बीच बातचीत होती है, जहां बैंक इस बात की पुष्टि करता है कि ग्राहक लोन का पूरा भुगतान नहीं कर सकता हैं। इसके बाद, बैंक एक सिंगल-शॉट पेमेंट ऑफर देता है, जो आमतौर पर बकाया लोन राशि से कम होता है। जब ग्राहक इस सहमत राशि का भुगतान कर देता है, तो बैंक लोन को “Settled” के रूप में रिपोर्ट करता है। हालांकि, यह CIBIL स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है क्योंकि इसे “Complete Payment” नहीं माना जाता हैं।

Loan Settlement करने के लिए कौनसे दस्तावेजों की जरुरत होती हैं? 

निम्नलिखित दस्तावेजों की जरुरत होती हैं:

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, या ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
  • सैलरी स्लिप, आयकर रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट आदि।
  • Loan Settlement लेटर, कर्ज विवरण, भुगतान रसीदें आदि।
  • निवेश के दस्तावेज़, संपत्ति के दस्तावेज़, बीमा पॉलिसी आदि।

Loan Settlement करने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें? 

अगर आप इसे ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:

बैंक की वेबसाइट या ऐप पर जाएं

  • अपने लोन प्रदाता या बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट या मोबाइल ऐप को खोलें।
  • साइन अप करें, अगर पहले से अकाउंट है, तो लॉग इन करें। नहीं तो नया अकाउंट बनाएं।

 कस्टमर सपोर्ट सेक्शन देखें

  • वेबसाइट या ऐप पर ‘Customer Support’ या ‘Contact Us’ सेक्शन पर जाएं।
  • यहां आपको “Loan Settlement” से संबंधित विकल्प मिल सकता है, जैसे:
  • लोन से जुड़ी शिकायत दर्ज करना।
  • Loan Settlement के लिए रिक्वेस्ट फॉर्म।

सेटलमेंट करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर्म भरें

  • “Loan Settlement Request” विकल्प चुनें।
  • मांगी गई जानकारी भरें, जैसे:
  • आपका नाम
  • लोन अकाउंट नंबर
  • ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर
  • कारण (क्यों आप सेटलमेंट करना चाहते हैं, जैसे वित्तीय समस्या या आय में कमी)।

जरूरी दस्तावेजो को अपलोड करें

  • अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति को दिखाने वाले दस्तावेज अपलोड करें, जैसे:
  • इनकम सर्टिफिकेट या सैलरी स्लिप
  • बैंक स्टेटमेंट
  • कोई अन्य प्रमाण जो आपकी समस्या को स्पष्ट करे।
  • सभी दस्तावेज स्कैन करके सही फॉर्मेट में अपलोड करें (PDF या JPEG)।

सबमिट करें और बैंक की तरफ से जवाब आने का इंतजार करें

  • फॉर्म सबमिट करने के बाद, बैंक आपकी रिक्वेस्ट की जांच करेगा।
  • आमतौर पर बैंक 7-10 वर्किंग डेज़ में आपसे संपर्क करता है। वे ईमेल, कॉल, या मैसेज के जरिए सेटलमेंट की जानकारी देंगे।

बैंक के ऑफर को समझें

  • बैंक आपके बकाया राशि का एक हिस्सा माफ करने का प्रस्ताव देगा। इसे ध्यान से पढ़ें।
  • अगर आपको ऑफर स्वीकार है, तो आगे बढ़ें। नहीं तो और बातचीत करें।

भुगतान करें

  • बैंक द्वारा तय की गई सेटलमेंट राशि को ऑनलाइन पेमेंट मोड के जरिए चुकाएं।
  • बैंक आपको पेमेंट का कन्फर्मेशन देगा और आपका लोन खाता बंद कर देगा।

Loan Settlement और Credit Card Loan Settlement में क्या अंतर है?

हालांकि, Loan Settlement और Credit Card Loan Settlement दोनों का उद्देश्य कर्जदार को राहत देना होता है, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी होते हैं।

अंतर के बिंदुLoan SettlementCredit Card Loan Settlement
प्रकारकिसी भी प्रकार के लोन (पर्सनल, होम, कार, एजुकेशन, आदि) का निपटाराकेवल क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि का निपटारा
सेटलमेंट प्रक्रियाबैंक एकमुश्त राशि को तय करता है, जिसे चुकाने पर लोन सेटल हो जाता है। क्रेडिट कार्ड कंपनी एक तय की गई राशि पर समझौता करती है। 
CIBIL स्कोर पर प्रभावCIBIL स्कोर 50-100 पॉइंट तक गिर सकता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता हैCIBIL स्कोर पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है, और नए क्रेडिट कार्ड पाना मुश्किल हो सकता है। 
भविष्य में लोन मिलने की संभावनाहोम लोन, कार लोन या अन्य लोन प्राप्त करने में समस्या आ सकती हैक्रेडिट कार्ड कंपनियां कार्ड जारी करने से इनकार कर सकती हैं। 

Loan Settlement का CIBIL स्कोर पर कितना असर पड़ता है?

Loan Settlement का आपके CIBIL स्कोर पर सीधा और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जब कोई व्यक्ति किसी बैंक या NBFC से लोन लेता है और किसी कारणवश पूरी राशि चुकाने में असमर्थ होता है, तो बैंक उसे एक समझौता करने का मौका देता है, जिसे Loan Settlement कहा जाता है।

हालांकि, Loan Settlement और Loan Closure में बहुत बड़ा अंतर होता है। अगर आप अपने लोन की पूरी राशि चुकाकर उसे बंद करते हैं, तो यह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में “Closed” के रूप में दर्ज होता है, जिससे आपका CIBIL स्कोर बेहतर होता है। लेकिन अगर आपने लोन की कुछ राशि बैंक के साथ समझौते के तहत माफ करवा ली है, तो इसे “Settled” के रूप में रिपोर्ट किया जाता है, जो आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है।

Loan Settlement से CIBIL स्कोर पर पड़ने वाले प्रभाव कौनसे हैं?

  • जब बैंक या NBFC CIBIL को रिपोर्ट करता है कि आपका लोन “Settled” है, तो आपका स्कोर तुरंत गिर जाता है। गिरावट कितनी होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका पहले का स्कोर कितना अच्छा था।
  • बैंक और फाइनेंशियल संस्थान ऐसे ग्राहकों को “हाई-रिस्क” कैटेगरी में रखते हैं, जिन्होंने अपना लोन सेटल किया है। इसका मतलब यह है कि भविष्य में अगर आप किसी भी प्रकार का लोन (पर्सनल, होम, कार, एजुकेशन) लेने की कोशिश करेंगे, तो आपका आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है।
  • अगर आपने लोन सेटल किया है, तो भविष्य में किसी भी बैंक से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को देखते हैं और यदि उन्हें “Settled” स्टेटस दिखता है, तो वे आपको क्रेडिट कार्ड देने से इनकार कर सकते हैं।
  • अगर किसी बैंक ने आपको लोन देने का फैसला किया भी, तो आपको बहुत ज्यादा ब्याज दर (High Interest Rate) पर लोन मिल सकता है। यह इसलिए क्योंकि बैंक आपको जोखिम भरा ग्राहक मानते हैं और अपने पैसे की सुरक्षा के लिए ज्यादा ब्याज दर लगाते हैं।
  • Loan Settlement की जानकारी आपकी CIBIL रिपोर्ट में कम से कम 7 साल तक बनी रहती है। इसका मतलब है कि भले ही आप बाद में अपना वित्तीय व्यवहार सुधार लें, लेकिन आपका सेटलमेंट रिकॉर्ड बैंकों को दिखता रहेगा और आपकी क्रेडिट योग्यता को प्रभावित कर सकता है।

Loan Settlement के बाद CIBIL स्कोर को सुधारने के क्या तरीके हैं?

अगर आपने लोन सेटल कर लिया है और अब CIBIL स्कोर सुधारना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कदम उठा सकते हैं:

  • समय पर सभी लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल का पूरा भुगतान करें।
  • अगर संभव हो तो बैंक से संपर्क करके “Settled” स्टेटस को “Closed” में बदलवाने” की कोशिश करें।
  • क्रेडिट कार्ड का सीमित इस्तेमाल करें और समय पर पूरा भुगतान करें।
  • कोई छोटा लोन लें और उसे नियमित रूप से चुकाएं ताकि नया अच्छा क्रेडिट इतिहास बन सके।
  • CIBIL रिपोर्ट को नियमित रूप से चेक करें और किसी भी गलती को सुधारने के लिए CIBIL को अनुरोध दें।

Loan Settlement की सर्विस को कैसे चुने? 

यहां कुछ जरुरी बिंदुओं पर ध्यान देने की जरुरत है, जो आपको सही Loan Settlement सर्विस चुनने में मदद करेंगे:

सर्विस प्रदाता की प्रमाणिकता को चेक करें

सेटलमेंट की सर्विस को लेने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि जिस सर्विस प्रदाता से आप मदद ले रहे हैं, वह वित्तीय संस्थाओं और बैंकों के साथ रजिस्टर्ड और प्रमाणित हो। एक भरोसेमंद सर्विस प्रदाता ही आपको सही मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर सकता है। ऑनलाइन रिव्यू और ग्राहक की फीडबैक देखना एक अच्छा तरीका हो सकता है।

सेवा शुल्क और अन्य खर्चों की भी जांच करें

कई सर्विस प्रदाता सेवा शुल्क भी लेते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि शुल्क ज्यादा न हो और कोई छिपे हुए खर्च न हों। सर्विस प्रदाता से पहले से समझौता करें कि कौन सी सेवाएं मुफ्त हैं और किनके लिए आपको अतिरिक्त भुगतान करना होगा।

सेटलमेंट प्रक्रिया को समझें

सर्विस प्रदाता द्वारा दी जाने वाली सेटलमेंट की प्रक्रिया को ध्यान से समझें। क्या वे आपकी पूरी स्थिति को समझते हैं और बैंक के साथ बातचीत करने के लिए आपको बेहतर समाधान प्रदान करते हैं? एक अच्छा प्रदाता आपको कागजात और प्रक्रिया से पूरी जानकारी देगा, ताकि आप पूरी प्रक्रिया को सही तरीके से समझ सकें।

हमारी सेवा के साथ जुड़े 

अगर आप भी कर्ज के जाल में फंस गए हैं और आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं और Loan Settlement का रास्ता अपनाना चाहते है तो आप हमारी Loan Settlement की सेवा के लिए आवेदन कर सकते हैं। हम आपके लोन का सेटलमेंट करने में आपकी सहयता कर्नेगे। इसके साथ ही हम आपको 6 – 8 महीने के अंदर लोन के बोझ से राहत प्रदान करवाते हैं। अगर आपको हमारी सेवा के बारे में और ज्यादा जानकारी प्राप्त करनी हैं तो आप हमें सपर्क कर सकते हैं। 

बैंक से Loan Settlement का लेटर कैसे प्राप्त करें?

अगर आपने किसी बैंक से पर्सनल लोन लिया है और किसी कारणवश उसे पूरी तरह चुकाने में असमर्थ होते हैं, तो Loan Settlement आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। Loan Settlement का मतलब होता है कि बैंक और उधारकर्ता (लोन लेने वाला व्यक्ति) के बीच एक समझौता होता है, जिसमें बैंक ब्याज या पेनल्टी को कम करके एक निश्चित राशि पर लोन निपटाने के लिए सहमत हो जाता है। जब Loan Settlement पूरा हो जाता है, तो बैंक एक Loan Settlement Letter जारी करता है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि लोनदाता और बैंक के बीच समझौता हुआ है और अब उधारकर्ता पर कोई बकाया नहीं है।

Loan Settlement करने के फायदे और नुक्सान क्या होते हैं? 

इसके निम्नलिखित फायदे और नुकसान होते हैं:

फायदे

  • हालांकि Loan Settlement करने से कर्जदार का CIBIL Score प्रभावित हो सकता है, लेकिन समय पर और सही तरीके से समझौते का पालन करने से वह अपने CIBIL Score को धीरे-धीरे सुधार सकता है।
  • Loan Settlement करने से कर्जदार की वित्तीय स्थिति में सुधार होता है।
  • Loan Settlement करने से आप अपनी आय और लागत को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं और भविष्य में वित्तीय संकट से बच सकते हैं।
  • कर्ज का भारी बोझ अक्सर मानसिक तनाव का कारण बनता है। Loan Settlement से कर्जदार को इस तनाव से राहत मिलती है और वह अपने जीवन में मानसिक शांति पा सकता है।
  • Loan Settlement के माध्यम से, कर्जदार को अपने कर्ज का कुछ हिस्सा माफ करवाने का मौका मिलता है।
  • यह उसकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में मदद करता है और उसे भारी वित्तीय बोझ से राहत दिलवाता है।

नुक्सान 

  • Loan Settlement के कारण, कर्जदार के बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं।
  • भविष्य में, कर्जदार को इन संस्थानों से कर्ज प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
  • Loan Settlement के माध्यम से, कर्जदार  का पूरा लोन माफ नहीं होता है। उसे अभी भी कुछ राशि का भुगतान करना होता है, जो उसकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
  • Loan Settlement के दौरान, बैंक और कर्जदार  के बीच जो समझौता होता है, उसमें कई शर्तें होती हैं। कर्जदार  को इन शर्तों का पालन करना जरूरी होता है, जिससे उसकी स्वतंत्रता सीमित हो सकती है।
  • Loan Settlement के बाद, कर्जदार का CIBIL Score प्रभावित हो सकता है।
  • Loan Settlement भविष्य में नए कर्ज लेने या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने में कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है।

Loan Settlement के Fraud को कैसे पहचाने?

1. Loan Settlement Fraud के सामान्य तरीके

  • धोखेबाज लोग खुद को बैंक या NBFC का बताकर फोन करते हैं या मैसेज भेजते हैं। वे कहते हैं कि आप कुछ फीस देकर लोन को सेटल करवा सकते हैं।
  • ये एजेंट WhatsApp पर मैसेज भेजते हैं या ईमेल के जरिए फॉर्म भरने को कहते हैं। उनकी भाषा अक्सर डराने वाली होती है।

2. Fraud को पहचानने के संकेत

  • अगर कोई एजेंट बैंक की ईमेल आईडी या रजिस्टर्ड नंबर के बजाय WhatsApp या पर्सनल नंबर से बात कर रहा है, तो वह फ्रॉड है।
  • कोई भी असली बैंक एजेंट आपसे पहले पैसे नहीं मांगेगा। अगर कोई प्रोसेसिंग फीस, रजिस्ट्रेशन फीस आदि मांग रहा है – सावधान हो जाएं।
  • “आज ही सेटलमेंट करवा लो वरना केस हो जाएगा” – ऐसे डराने वाले मैसेज फ्रॉड का संकेत हैं।

3. Fraud से बचने के तरीके

  • लोन से जुड़ी कोई भी बात हो तो बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट, शाखा या टोल फ्री नंबर से संपर्क करें।
  • कोई भी दस्तावेज मिले, तो उस पर लिखे बैंक के फोन नंबर और मेल आईडी को जांचें।
  • OTP, बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड नंबर – ये सब कभी किसी को ना दें, चाहे वो खुद को कोई भी बताए।

4. असली Loan Settlement कैसे होता है?

  • ग्राहक खुद बैंक से संपर्क करता है।
  • बैंक आपकी स्थिति की जांच करता है।
  • आपसी सहमति से एक अंतिम राशि तय होती है।
  • बैंक से आपको सेटलमेंट लेटर और NOC (No Objection Certificate) मिलता है।
  • पूरी प्रक्रिया बैंक के लिखित दस्तावेज़ पर आधारित होती है।

5. फ्रॉड हो गया तो क्या करें?

अगर आपसे धोखाधड़ी हो गई है, तो तुरंत ये कदम उठाएं:

  • बैंक को सूचित करें
  • नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें
  • साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत करें
  • RBI Ombudsman को भी शिकायत भेज सकते हैं

निष्कर्ष

आखिर में, यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि Loan Settlement एक मददगार प्रक्रिया होती है, जो उन लोगों के लिए राहत लेकर आती है जो किसी कारणवश अपने लोन की EMI समय पर नहीं चुका पा रहे हैं। लेकिन, जिस तरह तकनीक ने हमारे जीवन को आसान बनाया है, उसी तरह कुछ धोखेबाज लोग भी इसका गलत फायदा उठाने लगे हैं। Loan Settlement के नाम पर हो रहे फ्रॉड आज एक आम समस्या बन चुके हैं, खासकर तब जब व्यक्ति मानसिक, भावनात्मक या आर्थिक दबाव में होता है।

इसी कारण, यह बहुत ज़रूरी होता है कि हम सभी सतर्क और जागरूक बनें। हमें किसी भी अनजान कॉल, WhatsApp मैसेज या ईमेल पर तुरंत विश्वास नहीं करना चाहिए। अगर कोई एजेंट आपको यह कहता है कि वह आपके लोन को बहुत कम राशि में सेटल करवा देगा, और उसके बदले पहले कुछ प्रोसेसिंग फीस मांगे – तो वहां से सावधान हो जाना चाहिए।

दूसरी ओर, हमें यह भी समझना होगा कि असली सेटलमेंट प्रक्रिया हमेशा बैंक या अधिकृत फाइनेंशियल संस्था के जरिए होती है। उसमें हर कदम पर लिखित दस्तावेज, सेटलमेंट लेटर, और बैंक रिकॉर्ड में अपडेट जैसी बातें होती हैं। अगर ऐसा कुछ नहीं हो रहा, तो समझ लीजिए कि मामला गड़बड़ है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

Que: क्या Loan Settlement एक वैध (legal) प्रक्रिया होती है?

Ans: हाँ, Loan Settlement एक वैध प्रक्रिया होती है जो बैंक या NBFC खुद ग्राहक को ऑफर कर सकते हैं, जब वह लोन चुकाने में असमर्थ होता है। लेकिन यह केवल तभी मान्य होती है जब यह प्रक्रिया बैंक के माध्यम से और लिखित दस्तावेज़ों के साथ पूरी की जाती है।

Que: क्या असली Settlement ऑफर भी कॉल पर मिल सकता है?

Ans: कभी-कभी बैंक अपने ग्राहकों को कॉल करके सेटलमेंट ऑफर देते हैं, लेकिन वे बैंक के रजिस्टर्ड नंबर या ऑफिशियल ईमेल ID से ही संपर्क करते हैं। फिर भी, बिना बैंक शाखा विजिट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के कोई पेमेंट न करें।

Que: क्या Loan Settlement करने से CIBIL स्कोर खराब होता है?

Ans: हाँ, Loan Settlement करने पर CIBIL रिपोर्ट में “Settled” लिखा जाता है, जिससे आपका CIBIL स्कोर गिर सकता है, और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है।

Que: क्या कोई थर्ड पार्टी एजेंट Loan Settlement करवा सकता है?

Ans: कई एजेंट दावा करते हैं कि वे आपका लोन सेटल करवा सकते हैं, लेकिन इनमें से कई फर्जी और फ्रॉड होते हैं। हमेशा बैंक से ही सीधे संपर्क करें।

Que: क्या सेटलमेंट के बाद बैंक से कोई लिखित प्रमाण मिलता है?

Ans: हाँ, अगर सेटलमेंट सही तरीके से हुआ है तो बैंक आपको एक Settlement Letter और NOC (No Objection Certificate) देता है। यह बहुत जरूरी दस्तावेज होता है।

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