बुढ़ापे में आपको किसी पर बोझ न बनना पड़े इसके लिए Retirement Planning बहुत ही जरूरी है। आज के इस लेख में हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि आपको Retirement Planning क्यों करनी चाहिए? Retirement Planning करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कैसे Retirement Planning करनी चाहिए?
हर व्यक्ति की काम करने की उम्र और क्षमता होता ही, एक उम्र के बाद वह व्यक्ति छोटे-मोटे काम तो कर सकता है लेकिन पहले की तरह एक्टिव होकर और अपनी पूरी क्षमता के साथ अपना काम करने में वह असमर्थ हो जाता है। ऐसे में वह व्यक्ति रिटायरमेंट के बारे में सोचता है।
रिटायरमेंट के बाद आप भले ही काम न करें लेकिन आपको जीवन को आगे चलाने के लिए पैसा तो चाहिए ही होगा। रिटायरमेंट का मतलब यह नहीं की आप अपने सपनों को त्याग दें बल्कि रिटायरमेंट का सुख उसमें है जो आप जीवन में करना चाहते थे लेकिन उस वक्त आप काम करने की वजह से कर नहीं पाए। ऐसे में आपको जरूरत है सही Retirement Planning की जो आपको अपने सभी उद्देश्यों और सपनों को प्राप्त करने में मदद कर सकें।
आज के इस लेख में हम आपको Retirement Planning के बारें में विस्तार से बताएँगे। इसलिए इस लेख को आखिर तक पढ़ियेगा ताकि बाद में आपको कोई परेशानी नहीं हो सकें।
Retirement Planning क्या होता हैं?
आसान भाषा में कहें तो Retirement Planning का मतलब होता हैं अपने आने वाले जीवन के लिए आज और अभी से खुद को तैयार करना। Retirement Planning और कुछ नहीं बल्कि रिटायरमेंट के लक्ष्य को बनाने, जरूरी पैसों की गणना करने और अपनी सेविंग को बढ़ाने के लिए सही तरीका से निवेश करना की एक प्रक्रिया है।
आय के स्रोतों की पहचान, खर्चों का अनुमान, बचत योजना को लागू करना, इत्यादि Retirement Planning का जरुरी हिस्सा हैं। Retirement Planning के जरिए आप खुद को एक सुखद और सुरक्षित रिटायरमेंट की गारंटी दे सकते हैं।
Retirement Planning क्यों करनी चाहिए?
कुछ भी करने से पहले हम सबके मन में यह सवाल आता है कि यह क्यों करना है। आज हम आपको बताएंगे कि आपको अपनी Retirement Planning क्यों करनी चाहिए। Retirement Planning निम्नलिखित कारणों से करनी चाहिए:
इमरजेंसी या जरुरी लागत के लिए रहे तैयार:
बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति स्वाभिमानी होता जाता है और किसी पर भी निर्भर नहीं होना चाहता हैं। ऐसे में आपके लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी Retirement Planning अच्छे से करें ताकी आप बुढ़ापे में किसी पर बोझ ना बने। सही तरीके से रिटायमेंट प्लानिंग करने से आप इमरजेंसी वित्तीय स्थिति और चिकित्सा के खर्चो के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहेंगे। इस लिए आपको सही रिटायरमेंट की रणनीति के साथ एक आपातकालीन फंड जरूर बनाना चाहिए।
महंगाई से लड़ने के लिए:
हर साल महंगाई बढ़ती रहती है जिससे चीजें महंगी होती जाती है। जाहिर सी बात है की जब तक आप रिटायर होंगे तब तक महंगाई और ज्यादा बढ़ जाएगी। आपको Retirement Planning इसलिए करनी चाहिए ताकि आप मुद्रास्फीति में वृद्धि को नियंत्रित कर सके। यह जरूर देखें कि आपने जो रिटायरमेंट की योजना चुनी है उसमें “बढ़ती बीमा राशि” (increasing sum assured) का विकल्प है या नहीं।
अपने परिवार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए:
हर व्यक्ति आपने अपने परिवार को सुख देने के लिए पूरी जिंदगी मेहनत करता है। ऐसे में आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए की आपके आराम करने के बाद भी आपके परिवार के लिए पैसे बने रहे।
Retirement Planning करते वक्त किन बातो का ध्यान रखना चाहिए?
Retirement Planning करते वक्त निम्नलिखित बातो का ध्यान रखें चाहिए:
- लाइफ एक्सपेंटेंसी
हाल ही के कुछ दिनों में हम सब स्वस्थ्य रहने के लिए अपने आहार को सही कर रहे हैं। जाहिर सी बात है कि आप अपने दादा-दादी की तुलना में ज्यादा समय तक जीवित रहने वाले है। आप जितने लंबे समय तक जीवित रहेंगे, आपको उतने ही ज्यादा पैसों की जरूरत होगी।
- रिटायरमेंट की उम्र
व्यक्ति की फितरत होती है काम करना, इसलिए जब आप काम कर सकते हैं और आप काम करते हैं। अगर रिटायरमेंट को अच्छे तरीके से प्लान किया जाए तो आप दूसरों से बहुत पहले काम छोड़ सकते हैं और शेष जीवन आराम से व्यतीत कर सकते हैं।
- मेडिकल खर्च
उम्र के साथ बीमारियां भी बढ़ती जाती है। ऐसे में आप पर बुढ़ापे में मेडिकल का खर्चा भी बढ़ सकता है। इन खर्च में दवाएं, परीक्षण, उपचार, से लेकर नर्स का खर्च भी शामिल होता है। ऐसी स्थिति में अगर आपने अपना रिटायमेंट प्लान किया है तो ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।
रिटायरमेंट के लिए अलग – अलग योजनाएं कौनसी हैं?
भारत में रिटायरमेंट के लिए कई योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
PPF एक सुरक्षित और कर फायदेमंद योजना है जिसमें आप नियमित रूप से योगदान करके एक अच्छा रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकते हैं। इसमें कर छूट के साथ-साथ अच्छा ब्याज मिलता है।
- नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)
NPS एक सरकारी योजना है जो नियमित योगदान के आधार पर एक पेंशन फंड तैयार करती है। इसमें टैक्स बेनिफिट भी मिलता है और यह लम्बे समय के निवेश के लिए बेहतर है।
- कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)
EPF एक आवश्यक योजना है जो आपके वेतन का एक हिस्सा और आपके मालिक का योगदान मिलकर आपके रिटायरमेंट फंड में जमा होता है। इसमें भी टैक्स बेनिफिट मिलता है।
- रिटायरमेंट फंड
विशेष रिटायरमेंट फंड योजनाएं भी उपलब्ध हैं, जो आपकी रिटायरमेंट के बाद नियमित आय प्रदान करती हैं। इनमें से कई योजनाएं मुद्रास्फीति से बचाव के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
रिटायरमेंट के लिए सही निवेश किसमे करें?
रिटायरमेंट के लिए सही निवेश योजना बनाना बहुत जरुरी है। इसमें निम्नलिखित रणनीतियों पर विचार किया जा सकता है:
- स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स
लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। यह ज्यादा रिटर्न की संभावनाओं के साथ-साथ जोखिम भी प्रदान करते हैं, इसलिए इसमें सतर्कता से निवेश करना जरुरी है।
- बांड्स और फिक्स्ड डिपॉज़िट्स
बांड्स और फिक्स्ड डिपॉज़िट्स स्थिर आय के स्रोत होते हैं और रिटायरमेंट के समय आपके लिए सुरक्षित विकल्प साबित हो सकते हैं। यह कम जोखिम वाले निवेश हैं और नियमित आय भी प्रदान करते हैं।
- रियल एस्टेट निवेश
रियल एस्टेट में निवेश करने से रिटायरमेंट के दौरान एक स्थिर आय का स्रोत मिल सकता है। किराए की आय और संपत्ति की वृद्धि आपके रिटायरमेंट फंड को बढ़ा सकती है।
Retirement Planning में होने वाली गलतियां और उनसे बचाव कैसे किया जाता हैं?
रिटायरमेंट प्लानिंग के दौरान कई सामान्य गलतियाँ होती हैं, जिनसे बचना आवश्यक है। इनमें शामिल हैं:
- रिटायरमेंट के लिए जल्दी योजना बनाना और नियमित रूप से उसमे निवेश करना जरुरी है।
- सभी निवेशों को एक ही प्रकार के विकल्प में निवेश करना जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसलिए विविध निवेश करना बेहतर होता है।
- रिटायरमेंट में स्वास्थ्य देखभाल की योजना न बनाना भविष्य में आपके लिए समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
Retirement Planning कैसे करें?
रिटायरमेंट प्लानिंग बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालना करना होता हैं:
- एक बजट बनाएं
रिटायमेंट प्लानिंग करने से पहले आप एक बजट बनाएं की आपकी वर्तमान आय और लागत कितनी है। आप यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि आपके पास बचत करने के लिए पैसे हो। घर खर्च और खाने के अलावा आपको अपने बजट के हिस्से के रूप में रिटायरमेंट के बचत को शामिल करना चाहिए ताकि आप हर महीने उसके लिए पैसे अलग से रख सकें।
- ऑटोमैटिक फंड ट्रांसफर को सेट करें
अपने खाते और रिटायरमेंट खाते के बीच आप इस टूल को जरूर सेट करें। हर महीने की उसी तारीख को कुछ पैसे आपको रिटायमेंट खाते में अपने आप जमा हो जाएं जिस तिथि को आपने चुना है। इस तरीके से आपको पैसों को खर्च करने की जोखिम भी नहीं रहेगी।
- कर्ज को कम करें
कोशिश करें की आप 65 साल की उम्र तक कर्ज मुक्त हो जाएं। आपके ऊपर किसी भी प्रकार का लोन, जैसे क्रेडिट कार्ड लोन, कार लोन, शिक्षा के लिए लिया गया लोन या फिर कोई और लोन, खत्म कर दें। अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको वित्तीय तनाव का सामना करना पड़ सकता हैं।
निष्कर्ष:
Retirement Planning केवल आर्थिक बचत का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह आपके जीवन की क्वालिटी और भविष्य की सुरक्षा का भी सवाल है। जैसे-जैसे हम जीवन की अलग – अलग अवस्थाओं से गुजरते हैं, रिटायरमेंट के लिए की गई सही योजना हमें मानसिक शांति प्रदान करती है। एक बेहतर रिटायरमेंट प्लानिंग न केवल आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करती है, बल्कि यह आपको अपने जीवन के इस जरूरी चरण को अपनी इच्छाओं और सपनों के अनुसार जीने की स्वतंत्रता भी देती है।
अच्छी Retirement Planning के लिए यह जरुरी है कि आप अपने वर्तमान वित्तीय स्थिति, भविष्य की संभावनाओं और अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी रिटायरमेंट के बाद का जीवन सुखद और बिना किसी वित्तीय तनाव के हो। एक ठोस और सही योजना तैयार करना जरुरी है। अपनी आय और खर्चों का सही अनुमान लगाना, सही निवेश विकल्प चुनना, और भविष्य की स्वास्थ्य देखभाल की योजना बनाना आपके रिटायरमेंट की गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करता है।
इसके साथ ही, यह भी जरूरी है कि आप अपने रिटायरमेंट प्लानिंग की नियमित जांच करें और समय-समय पर उसमे बदलाव करें। आर्थिक परिस्थितियाँ, जीवन की जिम्मेदारियों और सरकारी नीतियाँ समय के साथ बदलती रहती हैं, इसलिए आपकी योजना भी इन परिवर्तनों के साथ सामान होनी चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ ‘s)
Ans: रिटायरमेंट के लिए योजना बनाना जितनी जल्दी हो सकें शुरू करेंगे, उतना ही आपके लिए बेहतर होगा। आमतौर पर, आपकी पेशेवर जीवन के शुरुआती वर्षों में ही Retirement Planning शुरू करना आदर्श होता है। इससे आपको समय मिलेगा कि आप अपने निवेश को बढ़ा सकें और बेहतर तरीके से संपत्ति को जुटा सकें।
Ans: रिटायरमेंट के लिए कई प्रकार के निवेश विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे:
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF)
फिक्स्ड डिपॉज़िट्स और बांड्स
स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स
रियल एस्टेट निवेश
इस लेख से सम्बंधित सवाल (FAQ ‘s)
Ans: हाँ, रिटायरमेंट के बाद भी टैक्स की चिंता करनी पड़ सकती है। आपके द्वारा चुने गए निवेश विकल्प, रिटायरमेंट के बाद की आय और अन्य वित्तीय गतिविधियों पर टैक्स लागू हो सकता है। इसलिए, एक बेहतर टैक्स योजना तैयार करना जरुरी है ताकि आप ज्यादा टैक्स बेनिफिट प्राप्त कर सकें।
Ans: स्वास्थ्य बीमा Retirement Planning का एक जरुरी हिस्सा है, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतें बढ़ सकती हैं। एक बेहतर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी आपको मेडिकल खर्चों से बचने और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के प्रति सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है।