SBI में ऑनलाइन SIP खाता खोलने की प्रक्रिया

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SBI में ऑनलाइन SIP खाता खोलने की प्रक्रिया – आजकल म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत लोकप्रिय हो गया है। एफडी के अलावा, लोग समय के साथ संपत्ति बनाने के लिए म्यूचुअल फंड को एक जरुरी निवेश करने के विकल्प के रूप में मानने लगे हैं। SIP (Systematic Investment Plan) लोगों को  निश्चित समय पर म्यूचुअल फंड में एक निश्चित राशि को निवेश करने का विकल्प प्रदान करता है। सभी प्रमुख बैंकों की तरह, SBI भी अपने ग्राहकों को निवेश खाता खोलने की सुविधा प्रदान करता है, जो उन्हें SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करने की अनुमति देता है।

SIP (Systematic Investment Plan), एक ऐसा तरीका होता है जिसके माध्यम से आप म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं। यह आपके निवेश को व्यवस्थित करता है और आपको लम्बे समय में अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में भी मदद करता है। आजकल, बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़े ज्यादातर काम ऑनलाइन किए जा सकते हैं, और SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) में SIP खाता खोलना भी अब बहुत आसान हो गया है। 

आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे आप SBI में ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करके आसानी से एक SIP खाता खोल सकते हैं? इसलिए इस लेख को आखिर तक पढियेगा ताकि बाद में आपको खता खोलते समय कोई परेशानी न हो सकें।

SIP क्या होता हैं? और यह क्यों जरुरी हैं?

Systematic Investment Plan एक ऐसी योजना है जो आपको म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करने की सुविधा देती है। SIP की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह आपको छोटी-छोटी राशि के साथ भी निवेश शुरू करने की अनुमति देती है। यह उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो समय के साथ धीरे-धीरे निवेश करना चाहते हैं और बाजार के जोखिमों को कम करना चाहते हैं।

SIP (Systematic Investment Plan) के क्या फायदे होते हैं?

Systematic Investment Plan के निम्नलिखित फायदे होते हैं:

  • डॉलर-कॉस्ट एवरेजिंग: SIP निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने में मदद करती है, क्योंकि यह औसत खरीद के मूल्य को कम करती है।
  • डिसिप्लिन्ड निवेश: SIP एक अनुशासित निवेश करने की योजना है, जिससे निवेशक नियमित रूप इसमें निवेश करते रहते हैं।
  • पावर ऑफ कंपाउंडिंग: SIP में लम्बे समय के निवेश करने के निवेश के साथ, आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है।
  • लिक्विडिटी: SIP के माध्यम से निवेश किए गए फंड को जरूरत पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है।
  • टैक्स सेविंग: कुछ SIP योजनाएं, जैसे ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम), आपको टैक्स छूट का लाभ देती हैं।

SBI में SIP Account खोलने के लिए कौनसे जरुरी दस्तावेज चाहिए?

एस.बी.आई. में SIP Account खोलने से पहले, आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की जरुरत होगी। यह दस्तावेज़ आपकी पहचान, निवास, और बैंकिंग विवरण से संबंधित होंगे।

  • पहचान प्रमाण (ID Proof): आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि।
  • पता प्रमाण (Address Proof): आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, बिजली का बिल, पानी का बिल आदि।
  • पैन कार्ड: म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।
  • बैंक खाता: SBI में आपके पास एक सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए, जिसमें नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग की सुविधा जुडी हो।

SBI में ऑनलाइन SIP Account खोलने की प्रक्रिया क्या हैं?

एस.बी.आई. में ऑनलाइन SIP खाता खोलने की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरती हैं:

  • सबसे पहले, आपको SBI की नेट बैंकिंग वेबसाइट (https://www.onlinesbi.com) पर लॉगिन करना होगा। अगर आपने पहले से नेट बैंकिंग के लिए रजिस्टर नहीं किया है, तो आपको SBI की शाखा में जाकर या ऑनलाइन आवेदन करके नेट बैंकिंग की सेवा को चालू करना होगा।
  • लॉगिन करने के बाद, होमपेज पर ‘e-Services’ के टैब पर क्लिक करें। इस टैब में आपको अलग – अलग सेवाओं का विकल्प मिलेगा, जिनमें से एक ‘Demat & ASBA Services’ है।
  • ‘Demat & ASBA Services’ में जाएं और ‘Mutual Funds’ के विकल्प पर क्लिक करें। यहां से आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह विकल्प आपको – अलग अलग म्यूचुअल फंड्स के बारे में जानकारी देता है, जिससे आप अपने लिए बेहतर फंड का चुनाव कर सकते हैं।
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  • अब आपको उन म्यूचुअल फंड के योजनाओं की सूची मिलेगी जिनमें SIP के माध्यम से निवेश किया जा सकता है। आप अपनी पसंद के अनुसार किसी भी योजना को चुन सकते हैं। इस दौरान, आपको उस योजना का नाम, न्यूनतम निवेश राशि, और निवेश के समय का ध्यान रखना होगा।
  • SIP के लिए योजना को चुनने के बाद, आपको अपने निवेश की राशि और समय का चयन करना होगा। उदाहरण के लिए, अगर आप 500 रुपये हर माह निवेश करना चाहते हैं और यह निवेश 5 साल तक जारी रखना चाहते हैं, तो आप इसका चयन कर सकते हैं।
  • SIP के लिए, आपको अपने बैंक खाते से ऑटो डेबिट की अनुमति देनी होगी। यह प्रक्रिया आपके द्वारा चुने गए तिथि पर तुरंत ही आपके खाते से SIP की राशि काट लेगी और म्यूचुअल फंड में निवेश करेगी। इसके लिए आपको अपने बैंक खाते का विवरण और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वेरीफाई करना होगा।
  • सभी जानकारी भरने और विवरण को वेरीफाई करने के बाद, ‘Submit’ के बटन पर क्लिक करें। अब आपके द्वारा दी गई जानकारी को वेरीफाई करा जाएगा और आपको एक वेरिफाइड संदेश प्राप्त होगा।
  • सफलतापूर्वक आवेदन करने के बाद, आपको एक कन्फर्मेशन मेसेज प्राप्त होगा जिसमें आपकी SIP योजना की सभी जानकारी होगी। इसके साथ ही, आपको एक ईमेल या एसएमएस के माध्यम से रसीद भी प्राप्त होगी, जिसे आप अपने रिकॉर्ड के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।

SBI के SIP में निवेश करने के सुझाव क्या हैं?

SIP में निवेश करने के निम्नलिखित सुझाव हैं:

  • नियमित निवेश: SIP का सबसे बड़ा फायदा यह होता है, कि आप नियमित रूप से इसमें निवेश कर सकते हैं। 
  • लंबी अवधि के निवेश: SIP को लम्बे समय के लिए निवेश करना जारी रखें। यह आपको कंपाउंडिंग के फायदों का ज्यादा बेनिफिट देगा।
  • निवेश की जांच: समय-समय पर अपने निवेश की जांच करें और अगर जरुरी हो तो योजना बदलने पर विचार करें।
  • विविधता: अपने निवेश को अलग – अलग म्यूचुअल फंड्स में वितरित करें। इससे आपके जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी।
  • सलाहकार की मदद लें: अगर आप निवेश के बारे में नहीं जानते हैं, तो आप एक वित्तीय सलाहकार की मदद लें। वह आपको निवेश करने के बारें पूरी जानकरी प्रदान करेंगे। 

SBI में SIP से संबंधित जरुरी जानकारी

  • SIP को रोकना या बदलना: अगर आप अपने SIP को रोकना चाहते हैं या निवेश की राशि या योजना बदलना चाहते हैं, तो आप इसे SBI नेट बैंकिंग के माध्यम से भी कर सकते हैं।
  • रिडेम्प्शन: जब भी आपको जरूरत हो, आप अपने SIP के निवेश को रिडीम कर सकते हैं। यह प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जा सकती है।
  • टैक्स सेविंग SIP: अगर आप टैक्स सेविंग SIP में निवेश कर रहे हैं, तो आपको इसकी जानकारी रखना होगा ताकि इस निवेश पर आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिल सकती है।
  • फीस और चार्जेस: SBI में SIP में निवेश करने के साथ जुड़ी किसी भी फीस या चार्जेस की जानकारी जरूर लें। यह फीस आपके कुल निवेश को प्रभावित कर सकती है।

निष्कर्ष:

SBI में ऑनलाइन SIP खाता खोलने की प्रक्रिया न केवल आसान है, बल्कि यह आपकी वित्तीय योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी हो सकता है। SIP के माध्यम से नियमित निवेश करना, आपको बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखता है और आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद करता है। चाहे आपका लक्ष्य बच्चों की शिक्षा हो, रिटायरमेंट की योजना हो, या कोई अन्य बड़ा खर्च हो, SIP आपको व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से निवेश करने की सुविधा देता है।

इसके अलावा, SBI के नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके आप बिना किसी परेशानी के अपने SIP खाते की निगरानी कर सकते हैं, निवेश की राशि को समायोजित कर सकते हैं, और समय-समय पर अपने निवेश की जांच भी कर सकते हैं। लम्बे समय के निवेश के साथ, आप कंपाउंडिंग का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकते हैं और अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं।

आखिर  में SBI में ऑनलाइन SIP खाता खोलने की प्रक्रिया के संबंध में, SIP एक अनुशासित निवेश करने का विकल्प है, जो समय के साथ आपके निवेश को बढ़ाने में भी मदद करता है। SBI के नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके इसे शुरू करना आसान है, और नियमित निवेश के साथ, आप अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’s)

प्रश्न: SBI में SIP खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि क्या है?

उत्तर: SBI में SIP खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 500 रुपये प्रति माह से शुरू होती है। हालांकि, यह राशि म्यूचुअल फंड योजना के अनुसार अलग – अलग हो सकती है।

प्रश्न: क्या मैं SIP के दौरान अपनी निवेश की राशि को बदल सकता हूं?

उत्तर: हां, आप अपनी SIP निवेश राशि को बढ़ा या घटा सकते हैं। इसके लिए आपको SBI नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके एक नया SIP माडिफिकेशन रिक्वेस्ट डालना होगा।

प्रश्न: SIP के लिए किस प्रकार का म्यूचुअल फंड चुनना चाहिए?

उत्तर: म्यूचुअल फंड चुनते समय अपने वित्तीय लक्ष्य, जोखिम सहनशीलता, और निवेश के समय को ध्यान में रखें। आप इक्विटी फंड, डेट फंड, हाइब्रिड फंड, या टैक्स सेविंग फंड्स में से किसी भी योजना को चुन सकते हैं।

प्रश्न: क्या SIP में किए गए निवेश पर कोई टैक्स लगता है?

उत्तर: SIP निवेश पर टैक्स लागू होता है। इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में एक साल से ज्यादा के निवेश पर लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है, जबकि एक साल से कम के निवेश पर शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स लागू होता है। टैक्स सेविंग SIP, जैसे कि ELSS में निवेश करने पर आपको धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिल सकती है।

प्रश्न: क्या मैं SIP को बीच में ही रोक सकता हूं?

उत्तर: हां, आप अपनी SIP को किसी भी समय रोक सकते हैं। इसके लिए आपको SBI नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करके SIP कैंसिलेशन रिक्वेस्ट डालना होगा।

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