क्या Loan Settlement से 1 साल में Debt – Free हो सकते हैं?

Can you become debt-free in 1 year through loan settlement

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संक्षेप

Loan Settlement एक ऐसा विकल्प होता है, जो उन लोगों के लिए राहत बन सकता है जो कर्ज़ के भारी बोझ तले दबे हुए हैं और उसे चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। हालांकि, यह कोई आसान रास्ता नहीं है। इसमें बैंक से बातचीत, एकमुश्त राशि का इंतज़ाम और सटीक दस्तावेज़ों की जरूरत होती है। इसके अलावा, Settlement के बाद आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है।

उदाहरण के तौर पर, अगर आपके ऊपर ₹5 लाख का लोन है और आप ₹3 लाख चुका चुके हैं, लेकिन बाकी ₹2 लाख चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, तो आप बैंक से Settlement की बात कर सकते हैं। बैंक अगर मान जाए, तो ₹1 लाख लेकर बाकी ₹1 लाख माफ कर सकता है। यानी, आप कम रकम में कर्ज़ से मुक्त हो सकते हैं।

लेकिन, यह ध्यान रखना जरूरी है कि Settlement को CIBIL या अन्य क्रेडिट ब्यूरो “पूरा भुगतान” नहीं मानते हैं। इस वजह से, भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल हो सकता है। इसलिए, यह उपाय तभी अपनाएं जब सभी अन्य विकल्प बंद हो चुके हों।

अगर आपके पास एकमुश्त भुगतान करने की क्षमता है, तो यह रास्ता आपको एक साल में Debt-Free बना सकता है। इसके विपरीत, अगर आपके पास ऐसा फंड नहीं है, तो EMI या restructuring बेहतर विकल्प होंगे।

परिचय

आज की तेज़ रफ्तार भरी ज़िंदगी में कर्ज़ लेना एक आम बात हो गई है। चाहे वो पर्सनल लोन हो, होम लोन, क्रेडिट कार्ड का बकाया हो या फिर एजुकेशन लोन — हर कोई किसी न किसी तरह की EMI चुका रहा है। शुरुआत में यह लोन मददगार लगता है, लेकिन जब इसकी किश्ते समय पर न चुकाई जा सकें, तो यही कर्ज़ बोझ बन जाता है।

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि Loan Settlement आखिर है क्या? जब कोई व्यक्ति बैंक या फाइनेंशियल संस्था को समय पर लोन की रकम चुकाने में असमर्थ हो जाता है, तब बैंक उसे एक “Settlement Offer” देता है। इसमें कुछ तय राशि जमा करने पर बैंक बाकी बकाया माफ कर देता है। मतलब, अगर आपने 2 लाख का लोन लिया था और 1.5 लाख चुका चुके हैं, तो बैंक कह सकता है कि आप और 30,000 रुपये देकर मामला खत्म कर लें। इसे ही लोन सेटलमेंट कहते हैं।

अब सवाल उठता है कि क्या इससे कर्ज़ से छुटकारा मिल सकता है? तकनीकी रूप से, हाँ। लेकिन यह इतना सीधा भी नहीं है। हालांकि Loan Settlement से तुरंत राहत मिल सकती है, लेकिन इसके कई नुकसान भी होते हैं — जैसे कि CIBIL स्कोर में भारी गिरावट, भविष्य में लोन लेने में मुश्किले, और बैंक की निगाह में आपकी ‘creditworthiness’ पर सवाल उठना। इसलिए, यह एक ‘last option’ की तरह देखा जाना चाहिए, न कि पहली पसंद की तरह।

Loan Settlement से एक साल में Debt-Free होना संभव है, परंतु इसके लिए सही रणनीति, समझदारी और मार्गदर्शन की जरुरत होती है। आगे के लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि Loan Settlement की प्रक्रिया क्या होती है, इसके फायदे-नुकसान क्या हैं, और कैसे कोई व्यक्ति सही योजना बनाकर खुद को एक साल में कर्ज़ से आज़ाद कर सकता है।

Loan Settlement क्या होता है?

यह एक ऐसी वित्तीय प्रक्रिया होती हैं जिसमे आप एकमुश्त भुगतान करके अपने लोन पर बकया राशि का एक हिस्सा माफ़ करने के लिए अपने लेनदार से बातचीत करते हैं। यह एक ऐसा समझौता होता हैं जिसे आप अपने कार्ड जारीकर्ता के साथ अंतिम उपायें के रूप में तब करते हैं जब आप देखते हैं की आपके लोन पर कर्ज बढ़ता जा रहा हैं। 

ऐसा फ़िज़ूल के खर्च से लेकर लापरवाही से खर्च करने की आदतों तक कई कारणों से हो सकता हैं। जब आपका कर्ज बढ़ता है तो उसपर ब्याज भी बढ़ता हैं जिससे आपको बकाया राशि चुकाने में मुश्किल हो सकती हैं। अगर आपको इससे बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं तो आप Loan Settlement की सिफारिश कर सकते हैं।

Loan Settlement करने के क्या कारण होते हैं?

नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:

  • कई बार व्यक्ति लोन लेने के बाद अपने खर्चों और आय का सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाता हैं, जिससे भुगतान करने में दिक्कत होती है।
  • बड़ी बीमारी या मेडिकल इमरजेंसी में अचानक खर्च बढ़ जाने पर लोन चुकाने के लिए पैसे की कमी हो सकती है।
  • कई बार व्यक्ति के ऊपर एक से ज्यादा लोन का बोझ होता है, जिसे समय पर चुकाना मुश्किल हो जाता है।
  • किसी प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, या परिवार में कोई बड़ा संकट आने से लोन चुकाने में परेशानी हो सकती है।
  • अगर व्यक्ति की नौकरी चली जाए, आय का स्रोत बंद हो जाए, या व्यापार में भारी नुकसान हो, तो समय पर लोन चुकाना मुश्किल हो सकता है।
  • अगर लोन की ब्याज दर बहुत ज्यादा हो और किस्त चुकाने में परेशानी हो, तो Loan Settlement का सहारा लिया जाता है।

Loan Settlement करने के लिए कौनसे दस्तावेजो की जरुरत होती हैं?

आइए जानते हैं कि Loan Settlement के लिए कौन-कौन से दस्तावेज देने होते हैं:

1. पहचान पत्र (ID Proof)

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)

2. पता प्रमाण (Address Proof)

  • आधार कार्ड (अगर इसमें सही पता हो)
  • बिजली या पानी का बिल
  • बैंक पासबुक की कॉपी या बैंक स्टेटमेंट
  • रेंट एग्रीमेंट (अगर आप किराए पर रहते हैं)

3. आय प्रमाण (Income Proof) – (जरूरत पड़ने पर)

  • सैलरी स्लिप (अगर आप नौकरी करते हैं)
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का)
  • इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) की कॉपी
  • बिजनेस के दस्तावेज (अगर आप बिजनेसमैन हैं)

4. लोन स्टेटमेंट

आपको अपने बकाया (outstanding) की सही जानकारी देने के लिए लोन का स्टेटमेंट देना होगा। यह स्टेटमेंट बैंक खुद भी निकाल सकता है, लेकिन कई बार वे आपसे इसकी कॉपी मांगते हैं।

5. सेटलमेंट अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter)

अगर आप खुद से बैंक सेटलमेंट के लिए अप्रोच कर रहे हैं, तो आपको एक लिखित अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter) देना होगा, जिसमें आप यह बता सकते हैं कि:

  • आप सेटलमेंट क्यों चाहते हैं?
  • आपकी आर्थिक स्थिति क्या है?
  • आप कितनी राशि एकमुश्त (One-time payment) चुका सकते हैं?

6. बैंक द्वारा दिया गया सेटलमेंट ऑफर लेटर

जब बैंक सेटलमेंट के लिए सहमत हो जाता है, तो वे आपको एक Settlement Offer Letter देते हैं। इसे ध्यान से पढ़ें और उसमें दी गई राशि और शर्तों की पुष्टि करें।

Loan Settlement करने से पहले क्या करना चाहिए?

नीचे कुछ कदम दिए गए हैं, जो Loan Settlement से पहले अपनाने चाहिए:

  • सबसे पहले अपनी आय, खर्च, और बाकी सभी कर्जों का सही जांच करें। जानें कि आप कितनी रकम चुका सकते हैं।
  • Loan Settlement से पहले अपनी समस्या को बैंक या कर्ज देने वाले से स्पष्ट रूप से साझा करें। कई बार वे आपके लिए बेहतर समाधान, जैसे कि ईएमआई कम करना या लोन अवधि बढ़ाना, पेश कर सकते हैं।
  • किसी वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट से संपर्क करें। वे आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं और समझा सकते हैं कि Loan Settlement का आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर होगा।
  • अगर आप Loan Settlement का निर्णय लेते हैं, तो बैंक द्वारा दी गई शर्तों को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आपसे कोई छिपा शुल्क नहीं लिया जा रहा हैं।
  • Loan Settlement करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। यह भविष्य में लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है। इसे ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
  • Loan Settlement अंतिम विकल्प होना चाहिए। उससे पहले, पुनर्वित्त (Refinance), ईएमआई कम करवाने, या परिवार और दोस्तों से मदद मांगने जैसे अन्य विकल्पों पर विचार करें।

Loan Settlement करने के लिए कैसे अप्लाई करें?

अगर आप अपने लोन का बकाया चुकाने में असमर्थ हैं और भारी ब्याज दरों से परेशान हैं, तो Loan Settlement एक संभावित समाधान हो सकता है। इस प्रक्रिया के तहत, बैंक या लोन कंपनी आपकी कुल बकाया राशि का कुछ हिस्सा माफ कर सकती है और आपको एकमुश्त भुगतान (One-time Settlement) करने का विकल्प देती है। हालांकि, यह आपके CIBIL स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाएं।

Loan Settlement के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले यह तय करें कि आप लोन के पूरे बकाए का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं।
  • अपनी आय और खर्चों की जांच करें और तय करें कि आप ज्यादा से ज्यादा कितनी राशि चुका सकते हैं।
  • अपने बैंक या लोन कंपनी के कस्टमर केयर से बात करें और उन्हें अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के बारे में बताएं।
  • बैंक से सेटलमेंट ऑफर मांगें और बातचीत शुरू करें।
  • बैंक आपको एक सेटलमेंट अमाउंट ऑफर करेगा, जो आपकी कुल बकाया राशि से कम होगा।
  • अगर आप इस राशि से सहमत नहीं हैं, तो बैंक से बातचीत करें और अपने भुगतान करने की क्षमता के अनुसार राशि को कम करने की कोशिश करें।
  • जब बैंक और आप किसी निश्चित राशि पर सहमत हो जाएं, तो तय करें कि आपको एक लिखित सेटलमेंट लेटर मिले।
  • इसमें सेटलमेंट की शर्तें, भुगतान की तारीखें, और अन्य नियम सही से उल्लेखित होने चाहिए।
  • एक बार सेटलमेंट हो जाने के बाद, तय समय के भीतर पूरा भुगतान करें।
  • भुगतान के बाद बैंक से नो ड्यू सर्टिफिकेट (NOC) या फाइनल सेटलमेंट लेटर प्राप्त करें।
  • सेटलमेंट के बाद, सुनिश्चित करें कि बैंक आपकी CIBIL रिपोर्ट में “सेटल्ड” स्टेटस अपडेट कर दे।
  • यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए भविष्य में इसे सुधारने के लिए अच्छे वित्तीय प्रबंधन की आदत डालें।

Loan Settlement करने के बाद CIBIL स्कोर पर क्या असर पडता हैं?

सेटलमेंट का क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका असर निम्नलिखित तरीकों से देखा जा सकता है:

  • सेटलमेंट की प्रक्रिया के बाद, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दर्ज हो जाती है, कि आपने अपना कर्ज “सेटल” किया है। यह एंट्री आपके क्रेडिट इतिहास में 7 साल तक बनी रहती है और इसे लेंडर्स या अन्य क्रेडिटर्स द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जा सकता है, जो भविष्य में कर्ज लेने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
  • चूंकि सेटलमेंट का मतलब होता है कि आपने पूरा कर्ज चुकाया नहीं है, भविष्य में जब आप नया कर्ज लेने की कोशिश करेंगे, तो बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट को देखकर आपके आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं या आपको उच्च ब्याज दरों पर कर्ज दे सकते हैं।
  • सेटलमेंट के बाद, अगर आपके पास कोई लोन या अन्य क्रेडिट लाइन है, तो आपके क्रेडिट लिमिट को कम किया जा सकता है, क्योंकि क्रेडिटर्स को लगता है कि आप ज्यादा जोखिम वाले ग्राहक हो सकते हैं।
  • अगर आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है, तो आपके लिए लोन, लोन, या किसी अन्य प्रकार की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। इससे आपकी वित्तीय स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है, खासकर अगर आपको भविष्य में किसी वित्तीय आपातकाल का सामना करना पड़े।
  • जब आप अपने बैंक के साथ सेटलमेंट के लिए समझौता करते हैं, तो आप पूरी उधारी का भुगतान नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि एक निश्चित राशि का भुगतान कर रहे होते हैं जो मूल राशि से कम होती है। इसे क्रेडिट ब्यूरो द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आप अपने कर्ज को चुकाने में असमर्थ रहे हैं। नतीजतन, आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।

Loan Settlement करने का क्या फायदा होता हैं?

आइए जानते हैं कि Loan Settlement करने के क्या फायदे होते है:

  • अगर आपका लोन का बकाया बहुत ज्यादा हो गया है और आप इसे चुकाने में असमर्थ हैं, तो सेटलमेंट करने से आपको बहुत बड़ी राहत मिल सकती है। 
  • जब आप लगातार अपने लोन का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ Legal Notice भेज सकता है और रिकवरी एजेंट भी भेज सकता है। 
  • Loan Settlement में आपको एक बार में ही कुछ तय रकम चुकानी होती है, जिससे आपका कर्ज पूरी तरह समाप्त हो जाता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है जो एक बार में थोड़ी रकम जुटाकर कर्ज से बाहर निकलना चाहते हैं।
  • लगातार बढ़ते कर्ज और बैंक की कॉल्स से मानसिक तनाव बढ़ जाता है। अगर आप सेटलमेंट कर लेते हैं, तो आपको इस चिंता से राहत मिलती है और आप अपनी वित्तीय स्थिति को दोबारा सुधारने पर ध्यान दे सकते हैं।
  • लोन का ब्याज बहुत ज्यादा होता है, जो 30-45% तक सालाना हो सकता है। अगर आप समय पर भुगतान नहीं कर रहे हैं, तो ब्याज और लेट पेमेंट फीस लगातार बढ़ती रहती है। 
  • हालांकि, सेटलमेंट करने से आपका CIBIL स्कोर कम हो सकता है, लेकिन अगर आप सेटलमेंट के बाद वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हैं और समय पर अपने अन्य लोन और बिलों का भुगतान करते हैं, तो आप धीरे-धीरे अपना स्कोर सुधार सकते हैं।

Loan Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं?

आइए विस्तार से जानते हैं कि Loan Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं।

  • Loan Settlement का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि इससे आपका CIBIL स्कोर खराब हो जाता है। जब आप पूरा बकाया चुकाने के बजाय बैंक से समझौता करके कम रकम चुकाते हैं, तो बैंक इसे “सेटल” (Settled) स्टेटस में रिपोर्ट करता है। यह स्टेटस आपके क्रेडिट रिपोर्ट में 7 साल तक बना रह सकता है, जिससे भविष्य में लोन या नया लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
  • अगर आपने किसी बैंक के साथ लोन सेटल किया है, तो वही बैंक आपको भविष्य में फिर से लोन जारी करने से मना कर सकता है। यहां तक कि कुछ बैंक आपको अपनी ब्लैकलिस्ट में भी डाल सकते हैं, जिससे आप उनके किसी भी क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए अयोग्य हो सकते हैं।
  • कुछ मामलों में, जब आप भविष्य में किसी अन्य बैंक से लोन लेने जाते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री देखकर आपसे पहले का सेटलमेंट अमाउंट पूरा चुकाने के लिए कह सकता है। यानी अगर आपने 1 लाख रुपये के बकाए पर 50,000 रुपये देकर सेटलमेंट किया था, तो नया बैंक आपसे बची हुई 50,000 रुपये की मांग कर सकता है।
  • Loan Settlement करने से बैंक के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं। बैंक इसे इस नजर से देखता है कि आपने अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरी तरह नहीं निभाया हैं, जिससे भविष्य में आपको बैंकिंग सेवाओं में दिक्कतें आ सकती हैं।
  • अगर आपने एक बार Loan Settlement किया है, तो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाएं आपको “हाई-रिस्क कस्टमर” मान सकती हैं। इससे होम लोन, पर्सनल लोन या बिजनेस लोन मिलने में परेशानी हो सकती है, या फिर बैंक आपसे ऊंची ब्याज दर (High Interest Rate) पर लोन दे सकता है।

क्या Loan Settlement से 1 साल में Debt – Free हो सकते हैं?

हां, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। Loan Settlement से आप उस कर्ज़ से छुटकारा पा सकते हैं जो आपने बैंक से लिया था, लेकिन इसके लिए कुछ बातें ध्यान रखना जरूरी हैं:

  • आपके पास एकमुश्त रकम होनी चाहिए

Settlement तभी संभव होता है जब आप बैंक को एक साथ तय राशि चुका सकें। अगर आपके पास यह फंड है, तो आप कई लोन को एक साथ सेटल कर सकते हैं।

  • बैंकों से सही ढंग से बातचीत करें

बैंक से Settlement की मंज़ूरी लेना आसान नहीं होता हैं। इसके लिए आपको मेडिकल सर्टिफिकेट, नौकरी छूटने का प्रमाण या अन्य आर्थिक परेशानी के प्रमाण देने पड़ सकते हैं।

  • क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है

Loan Settlement को बैंक और क्रेडिट ब्यूरो ‘लोन डिफॉल्ट’ की तरह ही दर्ज करते हैं, जिससे आपका CIBIL स्कोर 100–150 अंक तक गिर सकता है। इसका असर आपकी भविष्य की लोन योग्यता पर पड़ेगा।

  • सिर्फ एक बार का विकल्प है

अगर आप हर बार लोन लेकर Settlement करते हैं, तो भविष्य में कोई बैंक आपको लोन नहीं देगा। इसे सिर्फ एक इमरजेंसी उपाय की तरह देखें।

किन परिस्थितियों में Loan Settlement फायदेमंद साबित हो सकता है?

  • जब आपकी आय का स्रोत बंद हो गया हो
  • जब आपके पास कोई और विकल्प न बचा हो
  • जब आप मानसिक तनाव में हों
  • जब कर्ज़ पर ब्याज बहुत ज़्यादा हो चुका हो
  • जब आप एकमुश्त भुगतान कर पाने में सक्षम हों

1 साल में Debt-Free होने के लिए क्या रणनीति अपनाएं?

  • सभी लोन की लिस्ट बनाएं – EMI, ब्याज दर, बकाया राशि नोट करें
  • बैंक से बातचीत करें – Settlement के लिए निवेदन करें
  • प्रूफ तैयार रखें – बीमारी, बेरोजगारी, नुकसान के दस्तावेज़
  • एकमुश्त राशि का इंतज़ाम करें – FD तोड़ें, मित्र से उधार लें, संपत्ति बेचें
  • Settlement के बाद NOC लें – ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो
  • CIBIL सुधार की योजना बनाएं – भविष्य के लिए

Debt – Free होने के लिए सबसे बेहतरीन Strategies क्या है?

नीचे कुछ असरदार और आसान strategies दी गई हैं जिन्हें अपनाकर आप धीरे-धीरे Debt-Free यानी कर्ज़ मुक्त जीवन की ओर बढ़ सकते हैं:

अपनी पूरी Financial स्थिति को समझें

सबसे पहले यह जानें कि आपने किस-किस से कितना कर्ज़ लिया है। एक लिस्ट बनाएं जिसमें यह हो:

  • कुल कितना कर्ज़ है
  • किस कर्ज़ पर कितना ब्याज लग रहा है
  • हर महीने कितनी EMI जा रही है

बजट (Budget) बनाना शुरू करें

हर महीने की कमाई और खर्चों का रिकॉर्ड रखें। गैरज़रूरी खर्चों को काटें और EMI या कर्ज चुकाने के लिए अलग से पैसे बचाएं। एक सख्त बजट बनाकर चलें ताकि फिजूल खर्चों से बचा जा सके।

हाई इंटरेस्ट वाले लोन को पहले चुकाएं (Avalanche Method)

जिन लोन पर सबसे ज़्यादा ब्याज लग रहा है, उन्हें पहले चुकाना शुरू करें। इससे ब्याज में बचत होगी और कर्ज जल्दी खत्म होगा। इसे “Debt Avalanche Method” कहा जाता है।

Snowball Method आज़माएं (मनोवैज्ञानिक रूप से असरदार)

अगर आपको मोटिवेशन की ज़रूरत है, तो छोटे लोन पहले चुकाइए। इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप बाकी लोन चुकाने के लिए और ज्यादा प्रेरित होंगे।

EMI बढ़ाने की कोशिश करें

अगर आपकी आमदनी थोड़ी बढ़ी है या कोई बोनस मिला है, तो EMI को बढ़ाने का प्रयास करें। इससे कर्ज जल्दी खत्म होगा और ब्याज की राशि भी घटेगी।

क्रेडिट कार्ड का सोच-समझकर इस्तेमाल करें

क्रेडिट कार्ड का उपयोग बहुत सोच-समझकर करें। अगर आपका क्रेडिट कार्ड बिल समय पर नहीं भरते तो ब्याज बहुत ज़्यादा लगता है। कोशिश करें कि पूरा बिल समय पर चुका दें, सिर्फ “minimum due” भरकर न टालें।

निष्कर्ष

आखिर में, जब हम इस पूरे विषय पर गौर करते हैं कि “क्या Loan Settlement से 1 साल में Debt-Free हुआ जा सकता है?”, तो इसका जवाब हां भी है और नहीं भी। एक ओर, Loan Settlement उन लोगों के लिए एक राहत भरा विकल्प साबित हो सकता है, जो गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं और लोन की EMI समय पर चुकाने में असमर्थ हैं। दूसरी ओर, यह एक अस्थायी समाधान है, जिसके लम्बे समय के परिणाम आपकी क्रेडिट प्रोफाइल को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

इसलिए, यह जरूरी है कि आप जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें। अगर आपके पास एकमुश्त राशि है और आप बहुत अधिक मानसिक दबाव में हैं, तो Loan Settlement से आप राहत पा सकते हैं और 1 साल में कर्ज़ से बाहर निकल सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने से पहले आपको बैंक से बातचीत करनी चाहिए, सभी दस्तावेज़ो को तैयार रखने चाहिए, और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि Settlement के बाद आपको “No Dues Certificate (NOC)” मिल जाए।

इसके साथ ही, आपको यह भी समझना होगा कि Settlement को क्रेडिट ब्यूरो “पूर्ण भुगतान” नहीं मानते, बल्कि इसे “Partially Settled” या “Settled” टैग देते हैं, जो आपके CIBIL स्कोर को गिरा सकता है। इस कारण, अगर आप भविष्य में लोन, क्रेडिट कार्ड या किसी भी तरह की वित्तीय सुविधा लेना चाहते हैं, तो इसमें काफी दिक्कत आ सकती है।

अकसर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)

Que: क्या सच में बिना कर्ज़ के जीना संभव है?

Ans: हां, बिल्कुल संभव है। इसके लिए आपको अपनी कमाई और खर्चों के बीच संतुलन बनाना होगा, एक मजबूत बजट बनाना होगा और कर्ज को धीरे-धीरे खत्म करने की रणनीति अपनानी होगी।

Que: सबसे पहले कौन-सा कर्ज चुकाना चाहिए?

Ans: जिस कर्ज पर सबसे ज़्यादा ब्याज लगता है, उसे पहले चुकाना चाहिए। इससे ब्याज में बचत होगी और कुल लोन जल्दी खत्म होगा। इसे Avalanche Method कहा जाता है।

Que: क्या सभी लोन खराब होते हैं?

Ans: नहीं, सभी लोन खराब नहीं होते हैं। कुछ लोन जैसे होम लोन या एजुकेशन लोन भविष्य में फायदेमंद साबित हो सकते हैं। लेकिन इनका समय पर भुगतान ज़रूरी है ताकि कर्ज बोझ न बन जाए।

Que: EMI न चुकाने पर क्या होता है?

Ans: EMI न चुकाने से आपका CIBIL स्कोर खराब हो जाता है, जिससे भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में मुश्किल हो सकती है। साथ ही बैंक पेनाल्टी और लीगल एक्शन भी ले सकता है।

Que: क्या क्रेडिट कार्ड कर्ज़ से जल्दी बाहर निकल सकते हैं?

Ans: हां, अगर आप समय पर पूरा बिल चुकाएं और फालतू खर्चों से बचें, तो क्रेडिट कार्ड कर्ज जल्दी खत्म हो सकता है। “Minimum Due” भरने से कर्ज धीरे-धीरे और ज्यादा बढ़ता है, इसलिए पूरा भुगतान करें।

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