संक्षेप
क्रेडिट कार्ड आज के समय में एक सुविधाजनक और उपयोगी माध्यम बन चुका है, लेकिन जब इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जाता हैं, तो यह परेशानी का कारण भी बन सकता है। कई बार लोग समय पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं कर पाते हैं और धीरे-धीरे बकाया राशि बढ़ती जाती है। अगर यह बकाया लंबे समय तक नहीं चुकाया जाए, तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी Legal Notice (Credit Card Legal Notice) भेजती है।
यह नोटिस एक चेतावनी होती है, जिसमें बताया जाता है कि अगर जल्द भुगतान नहीं किया गया हैं तो कंपनी कानूनी कार्रवाई कर सकती है। इस स्थिति में घबराने की बजाय समझदारी से कदम उठाना ज़रूरी होता है। सबसे पहले नोटिस को ध्यान से पढ़ें और अगर ज़रूरत हो तो किसी योग्य वकील से सलाह लें। बैंक से संपर्क करें और सेटलमेंट, EMI या किसी अन्य समाधान की कोशिश करें।
नोटिस का जवाब हमेशा लिखित में दें और सारे दस्तावेज़ सुरक्षित रखें। अगर रिकवरी एजेंट अभद्र व्यवहार करें तो उसकी शिकायत भी की जा सकती है। लीगल नोटिस का सही समय पर जवाब देने से आप कोर्ट की कार्रवाई से बच सकते हैं और अपनी क्रेडिट हिस्ट्री भी सुधार सकते हैं।
परिचय
आज के दौर में क्रेडिट कार्ड हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। शॉपिंग से लेकर ऑनलाइन बिल पेमेंट तक, हर जगह क्रेडिट कार्ड की जरूरत पड़ती है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि हम क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तो कर लेते हैं, लेकिन समय पर उसके बिल का भुगतान नहीं कर पाते हैं। धीरे-धीरे करने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि बढ़ती जाती है, और एक दिन ऐसा भी आता है जब बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी हमें Legal Notice (कानूनी नोटिस) भेज देती है।
अगर आपके पास भी कभी कोई ऐसा नोटिस आया है, या आने की आशंका है, तो घबराने की बिलकुल भी जरूरत नहीं है। यह लेख आपकी मदद के लिए है। दरअसल, बहुत से लोग इस स्थिति में पैनिक कर जाते हैं, डर जाते हैं और बिना किसी सलाह या जानकारी के गलत कदम उठा लेते हैं। जबकि हकीकत यह है कि Credit Card Legal Notice आना किसी की जिंदगी का अंत नहीं है, बल्कि एक चेतावनी होती है कि अब मामले को गंभीरता से लिया जाए और समाधान की ओर कदम बढ़ाया जाए।
इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में समझाएंगे कि Credit Card Legal Notice क्या होता है, ये कब और क्यों भेजा जाता है, और इसे मिलने पर आपको क्या-क्या कदम उठाने चाहिए। हम आपको यह भी बताएंगे कि ऐसे समय में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, किन गलतियों से बचना चाहिए, और कैसे आप अपने अधिकारों को समझकर सही निर्णय ले सकते हैं।
याद रखिए – जानकारी ही शक्ति है। अगर आपके पास सही जानकारी होगी, तो आप बिना डरे किसी भी कानूनी नोटिस को अच्छे से हैंडल कर सकते हैं। अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी तरह की क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कानूनी परेशानी में हैं, तो यह लेख बहुत मददगार साबित होगा।
Credit Card Legal Notice क्या होता हैं?
जब भी आप क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं और समय पर उसका भुगतान (Payment) नहीं करते, तो उस पर ब्याज (Interest) और लेट फीस जुड़ती जाती है। अगर बहुत समय तक आपने उसकी बकाया रकम नहीं चुकाई हैं, तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी आपको कई बार फोन कॉल, मैसेज और ईमेल के ज़रिए भुगतान करने के लिए याद दिलाती है।
लेकिन जब आप फिर भी पैसे नहीं चुकाते हैं, तो आख़िर में कंपनी आपको एक Legal Notice (कानूनी नोटिस) भेजती है। यह नोटिस एक लिखित दस्तावेज होता है जिसमें बताया जाता है कि आपने कितनी राशि नहीं चुकाई है, और अगर आपने जल्दी से जल्दी भुगतान नहीं किया, तो कंपनी आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal Action) कर सकती है – जैसे कि कोर्ट में केस करना या रिकवरी एजेंट भेजना।
Credit Card Legal Notice क्यों भेजता जाता हैं?
जब कोई व्यक्ति अपने क्रेडिट कार्ड का बिल लंबे समय तक नहीं भरता हैं, तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी को नुकसान होता है। शुरुआत में कंपनी आपको फोन, मैसेज या ईमेल के ज़रिए कई बार भुगतान की याद दिलाती है। लेकिन अगर फिर भी आप पैसे नहीं चुकाते, तो कंपनी यह मान लेती है कि आप जानबूझकर भुगतान नहीं कर रहे हैं।
ऐसे में कंपनी अपने बकाया पैसे की वसूली (recovery) के लिए Legal Notice (कानूनी नोटिस) भेजती है। इस नोटिस का मकसद होता है –
- आपको आखिरी चेतावनी देना कि आपने जो उधारी ली है, वह अब बहुत बढ़ चुकी है और आपको तुरंत भुगतान करना चाहिए।
- भारत के कानून के अनुसार, कोई भी संस्था किसी के खिलाफ कोर्ट में केस करने से पहले उसे एक लिखित नोटिस भेजती है, ताकि उसे सफाई का मौका मिले।
- कई बार बैंक यह चाहता है कि आप बातचीत से समाधान निकालें, इसलिए नोटिस भेजकर आपको बातचीत के लिए आमंत्रित करता है।
- आप पर दबाव बनाना ताकि आप गंभीरता से मामले को लें और जल्द से जल्द भुगतान करें।
Credit Card का Legal Notice कैसे Handle करें?
अगर आपको बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी की तरफ से Legal Notice (कानूनी नोटिस) मिला है, तो सबसे पहली बात – घबराएं नहीं। यह नोटिस आपके खिलाफ सीधे कोई कोर्ट का आदेश नहीं है, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर आपने जल्द समाधान नहीं निकाला, तो कंपनी अगला कानूनी कदम उठा सकती है।
यहाँ कुछ आसान और ज़रूरी कदम दिए गए हैं जो आपको ऐसा नोटिस मिलने पर उठाने चाहिए:
1. नोटिस को ध्यान से पढ़ें
सबसे पहले, पूरे नोटिस को ध्यान से पढ़ें। देखें कि:
- किस बैंक/कंपनी ने भेजा है
- कितनी राशि बकाया बताई गई है
- भुगतान के लिए कितने दिन दिए गए हैं
- क्या कोई कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई है
2. नोटिस को नजरअंदाज न करें
बहुत से लोग डर के कारण या लापरवाही में नोटिस को इग्नोर कर देते हैं। यह सबसे बड़ी गलती होती है। नोटिस को नजरअंदाज करने से मामला सीधा कोर्ट तक पहुंच सकता है।
3. वकील से सलाह लें
अगर नोटिस की भाषा आपको समझ में नहीं आ रही या आपको डर है कि आगे क्या होगा, तो किसी अनुभवी वकील (Legal Expert) से तुरंत सलाह लें। वकील आपको बताएगा कि कैसे जवाब देना है और आपके कानूनी अधिकार क्या हैं।
4. कंपनी से बातचीत करें
अगर आप अभी पूरा भुगतान नहीं कर सकते हैं, तो बैंक/कंपनी से संपर्क करें और सेटलमेंट या किश्तो में भुगतान (EMI Plan) की बात करें। बहुत बार कंपनी भी केस से बचना चाहती है, इसलिए वो बातचीत के लिए तैयार रहती है।
5. लिखित में जवाब दें
अगर आप नोटिस का जवाब देना चाहते हैं (या वकील की सलाह पर), तो जवाब हमेशा लिखित में और दस्तावेज़ी रूप से दें। ईमेल या रजिस्टर्ड पोस्ट के ज़रिए जवाब भेजना सबसे सुरक्षित तरीका होता है।
Credit Card Settlement क्या होता है?
Credit Card Settlement एक ऐसी वित्तीय प्रक्रिया होती हैं जिसमे आप एकमुश्त भुगतान करके अपने क्रेडिट कार्ड पर बकया राशि का एक हिस्सा माफ़ करने के लिए अपने लेनदार से बातचीत करते हैं। यह एक ऐसा समझौता होता हैं जिसे आप अपने कार्ड जारीकर्ता के साथ अंतिम उपायें के रूप में तब करते हैं जब आप देखते हैं की आपके क्रेडिट कार्ड पर कर्ज बढ़ता जा रहा हैं।
ऐसा फ़िज़ूल के खर्च से लेकर लापरवाही से खर्च करने की आदतों तक कई कारणों से हो सकता हैं। जब आपका कर्ज बढ़ता है तो उसपर ब्याज भी बढ़ता हैं जिससे आपको बकाया राशि चुकाने में मुश्किल हो सकती हैं। अगर आपको इससे बहार निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा हैं तो आप Credit Card Settlement की सिफारिश कर सकते हैं।
Credit Card Settlement करने के क्या कारण होते हैं?
नीचे कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं:
- कई बार व्यक्ति लोन लेने के बाद अपने खर्चों और आय का सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाता हैं, जिससे भुगतान करने में दिक्कत होती है।
- बड़ी बीमारी या मेडिकल इमरजेंसी में अचानक खर्च बढ़ जाने पर लोन चुकाने के लिए पैसे की कमी हो सकती है।
- कई बार व्यक्ति के ऊपर एक से ज्यादा लोन का बोझ होता है, जिसे समय पर चुकाना मुश्किल हो जाता है।
- किसी प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, या परिवार में कोई बड़ा संकट आने से लोन चुकाने में परेशानी हो सकती है।
- अगर व्यक्ति की नौकरी चली जाए, आय का स्रोत बंद हो जाए, या व्यापार में भारी नुकसान हो, तो समय पर लोन चुकाना मुश्किल हो सकता है।
- अगर लोन की ब्याज दर बहुत ज्यादा हो और किस्त चुकाने में परेशानी हो, तो Credit Card Settlement का सहारा लिया जाता है।
Credit Card Settlement करने के लिए कौनसे दस्तावेजो की जरुरत होती हैं?
आइए जानते हैं कि Credit Card Settlement के लिए कौन-कौन से दस्तावेज देने होते हैं:
1. पहचान पत्र (ID Proof)
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)
2. पता प्रमाण (Address Proof)
- आधार कार्ड (अगर इसमें सही पता हो)
- बिजली या पानी का बिल
- बैंक पासबुक की कॉपी या बैंक स्टेटमेंट
- रेंट एग्रीमेंट (अगर आप किराए पर रहते हैं)
3. आय प्रमाण (Income Proof) – (जरूरत पड़ने पर)
- सैलरी स्लिप (अगर आप नौकरी करते हैं)
- बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का)
- इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) की कॉपी
- बिजनेस के दस्तावेज (अगर आप बिजनेसमैन हैं)
4. क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट
आपको अपने बकाया (outstanding) की सही जानकारी देने के लिए क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट देना होगा। यह स्टेटमेंट बैंक खुद भी निकाल सकता है, लेकिन कई बार वे आपसे इसकी कॉपी मांगते हैं।
5. सेटलमेंट अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter)
अगर आप खुद से बैंक सेटलमेंट के लिए अप्रोच कर रहे हैं, तो आपको एक लिखित अनुरोध पत्र (Settlement Request Letter) देना होगा, जिसमें आप यह बता सकते हैं कि:
- आप सेटलमेंट क्यों चाहते हैं?
- आपकी आर्थिक स्थिति क्या है?
- आप कितनी राशि एकमुश्त (One-time payment) चुका सकते हैं?
6. बैंक द्वारा दिया गया सेटलमेंट ऑफर लेटर
जब बैंक सेटलमेंट के लिए सहमत हो जाता है, तो वे आपको एक Settlement Offer Letter देते हैं। इसे ध्यान से पढ़ें और उसमें दी गई राशि और शर्तों की पुष्टि करें।
Credit Card Settlement करने से पहले क्या करना चाहिए?
नीचे कुछ कदम दिए गए हैं, जो Credit Card Settlement से पहले अपनाने चाहिए:
- सबसे पहले अपनी आय, खर्च, और बाकी सभी कर्जों का सही जांच करें। जानें कि आप कितनी रकम चुका सकते हैं।
- Credit Card Settlement से पहले अपनी समस्या को बैंक या कर्ज देने वाले से स्पष्ट रूप से साझा करें। कई बार वे आपके लिए बेहतर समाधान, जैसे कि ईएमआई कम करना या लोन अवधि बढ़ाना, पेश कर सकते हैं।
- किसी वित्तीय सलाहकार या एक्सपर्ट से संपर्क करें। वे आपको सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं और समझा सकते हैं कि Credit Card Settlement का आपके क्रेडिट स्कोर पर क्या असर होगा।
- अगर आप Credit Card Settlement का निर्णय लेते हैं, तो बैंक द्वारा दी गई शर्तों को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि आपसे कोई छिपा शुल्क नहीं लिया जा रहा हैं।
- Credit Card Settlement करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। यह भविष्य में लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है। इसे ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
- Credit Card Settlement अंतिम विकल्प होना चाहिए। उससे पहले, पुनर्वित्त (Refinance), ईएमआई कम करवाने, या परिवार और दोस्तों से मदद मांगने जैसे अन्य विकल्पों पर विचार करें।
Credit Card Settlement करने के लिए कैसे अप्लाई करें?
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बकाया चुकाने में असमर्थ हैं और भारी ब्याज दरों से परेशान हैं, तो Credit Card Settlement एक संभावित समाधान हो सकता है। इस प्रक्रिया के तहत, बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी आपकी कुल बकाया राशि का कुछ हिस्सा माफ कर सकती है और आपको एकमुश्त भुगतान (One-time Settlement) करने का विकल्प देती है। हालांकि, यह आपके CIBIL स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे अंतिम विकल्प के रूप में ही अपनाएं।
Credit Card Settlement के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले यह तय करें कि आप क्रेडिट कार्ड के पूरे बकाए का भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं।
- अपनी आय और खर्चों की जांच करें और तय करें कि आप ज्यादा से ज्यादा कितनी राशि चुका सकते हैं।
- अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी के कस्टमर केयर से बात करें और उन्हें अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के बारे में बताएं।
- बैंक से सेटलमेंट ऑफर मांगें और बातचीत शुरू करें।
- बैंक आपको एक सेटलमेंट अमाउंट ऑफर करेगा, जो आपकी कुल बकाया राशि से कम होगा।
- अगर आप इस राशि से सहमत नहीं हैं, तो बैंक से बातचीत करें और अपने भुगतान करने की क्षमता के अनुसार राशि को कम करने की कोशिश करें।
- जब बैंक और आप किसी निश्चित राशि पर सहमत हो जाएं, तो तय करें कि आपको एक लिखित सेटलमेंट लेटर मिले।
- इसमें सेटलमेंट की शर्तें, भुगतान की तारीखें, और अन्य नियम सही से उल्लेखित होने चाहिए।
- एक बार सेटलमेंट हो जाने के बाद, तय समय के भीतर पूरा भुगतान करें।
- भुगतान के बाद बैंक से नो ड्यू सर्टिफिकेट (NOC) या फाइनल सेटलमेंट लेटर प्राप्त करें।
- सेटलमेंट के बाद, सुनिश्चित करें कि बैंक आपकी CIBIL रिपोर्ट में “सेटल्ड” स्टेटस अपडेट कर दे।
- यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए भविष्य में इसे सुधारने के लिए अच्छे वित्तीय प्रबंधन की आदत डालें।
Credit Card Settlement करने के बाद CIBIL स्कोर पर क्या असर पडता हैं?
सेटलमेंट (Credit Card Legal Notice) का क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका असर निम्नलिखित तरीकों से देखा जा सकता है:
- सेटलमेंट की प्रक्रिया के बाद, आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दर्ज हो जाती है, कि आपने अपना कर्ज “सेटल” किया है। यह एंट्री आपके क्रेडिट इतिहास में 7 साल तक बनी रहती है और इसे लेंडर्स या अन्य क्रेडिटर्स द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जा सकता है, जो भविष्य में कर्ज लेने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
- चूंकि सेटलमेंट का मतलब होता है कि आपने पूरा कर्ज चुकाया नहीं है, भविष्य में जब आप नया कर्ज लेने की कोशिश करेंगे, तो बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट को देखकर आपके आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं या आपको उच्च ब्याज दरों पर कर्ज दे सकते हैं।
- सेटलमेंट के बाद, अगर आपके पास कोई क्रेडिट कार्ड या अन्य क्रेडिट लाइन है, तो आपके क्रेडिट लिमिट को कम किया जा सकता है, क्योंकि क्रेडिटर्स को लगता है कि आप ज्यादा जोखिम वाले ग्राहक हो सकते हैं।
- अगर आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है, तो आपके लिए लोन, क्रेडिट कार्ड, या किसी अन्य प्रकार की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। इससे आपकी वित्तीय स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है, खासकर अगर आपको भविष्य में किसी वित्तीय आपातकाल का सामना करना पड़े।
- जब आप अपने बैंक के साथ सेटलमेंट के लिए समझौता करते हैं, तो आप पूरी उधारी का भुगतान नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि एक निश्चित राशि का भुगतान कर रहे होते हैं जो मूल राशि से कम होती है। इसे क्रेडिट ब्यूरो द्वारा नकारात्मक रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आप अपने कर्ज को चुकाने में असमर्थ रहे हैं। नतीजतन, आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है।
Credit Card Settlement करने का क्या फायदा होता हैं?
आइए जानते हैं कि Credit Card Settlement करने के क्या फायदे होते है:
- अगर आपका क्रेडिट कार्ड का बकाया बहुत ज्यादा हो गया है और आप इसे चुकाने में असमर्थ हैं, तो सेटलमेंट करने से आपको बहुत बड़ी राहत मिल सकती है।
- जब आप लगातार अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ Legal Notice भेज सकता है और रिकवरी एजेंट भी भेज सकता है।
- Credit Card Settlement में आपको एक बार में ही कुछ तय रकम चुकानी होती है, जिससे आपका कर्ज पूरी तरह समाप्त हो जाता है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है जो एक बार में थोड़ी रकम जुटाकर कर्ज से बाहर निकलना चाहते हैं।
- लगातार बढ़ते कर्ज और बैंक की कॉल्स से मानसिक तनाव बढ़ जाता है। अगर आप सेटलमेंट कर लेते हैं, तो आपको इस चिंता से राहत मिलती है और आप अपनी वित्तीय स्थिति को दोबारा सुधारने पर ध्यान दे सकते हैं।
- क्रेडिट कार्ड का ब्याज बहुत ज्यादा होता है, जो 30-45% तक सालाना हो सकता है। अगर आप समय पर भुगतान नहीं कर रहे हैं, तो ब्याज और लेट पेमेंट फीस लगातार बढ़ती रहती है।
- हालांकि, सेटलमेंट करने से आपका CIBIL स्कोर कम हो सकता है, लेकिन अगर आप सेटलमेंट के बाद वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हैं और समय पर अपने अन्य लोन और बिलों का भुगतान करते हैं, तो आप धीरे-धीरे अपना स्कोर सुधार सकते हैं।
Credit Card Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं?
आइए विस्तार से जानते हैं कि Credit Card Settlement करने के क्या नुकसान होते हैं।
- Credit Card Settlement का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि इससे आपका CIBIL स्कोर खराब हो जाता है। जब आप पूरा बकाया चुकाने के बजाय बैंक से समझौता करके कम रकम चुकाते हैं, तो बैंक इसे “सेटल” (Settled) स्टेटस में रिपोर्ट करता है। यह स्टेटस आपके क्रेडिट रिपोर्ट में 7 साल तक बना रह सकता है, जिससे भविष्य में लोन या नया क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है।
- अगर आपने किसी बैंक के साथ क्रेडिट कार्ड सेटल किया है, तो वही बैंक आपको भविष्य में फिर से क्रेडिट कार्ड जारी करने से मना कर सकता है। यहां तक कि कुछ बैंक आपको अपनी ब्लैकलिस्ट में भी डाल सकते हैं, जिससे आप उनके किसी भी क्रेडिट प्रोडक्ट के लिए अयोग्य हो सकते हैं।
- कुछ मामलों में, जब आप भविष्य में किसी अन्य बैंक से लोन लेने जाते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री देखकर आपसे पहले का सेटलमेंट अमाउंट पूरा चुकाने के लिए कह सकता है। यानी अगर आपने 1 लाख रुपये के बकाए पर 50,000 रुपये देकर सेटलमेंट किया था, तो नया बैंक आपसे बची हुई 50,000 रुपये की मांग कर सकता है।
- Credit Card Settlement करने से बैंक के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं। बैंक इसे इस नजर से देखता है कि आपने अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरी तरह नहीं निभाया हैं, जिससे भविष्य में आपको बैंकिंग सेवाओं में दिक्कतें आ सकती हैं।
- अगर आपने एक बार Credit Card Settlement किया है, तो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाएं आपको “हाई-रिस्क कस्टमर” मान सकती हैं। इससे होम लोन, पर्सनल लोन या बिजनेस लोन मिलने में परेशानी हो सकती है, या फिर बैंक आपसे ऊंची ब्याज दर (High Interest Rate) पर लोन दे सकता है।
निष्कर्ष
आजकल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत आम हो गया है। लोग इसकी मदद से शॉपिंग करते हैं, बिल भरते हैं और कई बार इमरजेंसी में भी इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब हम समय पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो धीरे-धीरे बकाया राशि बढ़ जाती है और एक समय ऐसा आता है जब बैंक या कंपनी हमें Legal Notice (Credit Card Legal Notice) भेज देती है।
बहुत से लोग ऐसे नोटिस को देखकर डर जाते हैं या घबराकर उसे अनदेखा कर देते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। यह नोटिस कोई सज़ा नहीं है, बल्कि यह एक चेतावनी (Warning) होती है कि अब आपको अपने बकाया का भुगतान करना चाहिए या कंपनी कानूनी कदम उठा सकती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि ऐसे मामलों में अक्सर बातचीत, समझौते (settlement) या किस्तों के जरिए समाधान निकल सकता है।
इसलिए सबसे पहला कदम होता है – नोटिस (Credit Card Legal Notice) को ध्यान से पढ़ना और समझना। फिर किसी कानूनी सलाहकार (वकील) से मिलकर सही रास्ता अपनाना चाहिए। अगर आप भुगतान नहीं कर सकते, तो कंपनी से बात करके समय, छूट या EMI की सुविधा लेने की कोशिश करें। ज्यादातर कंपनियां कोर्ट जाने से पहले समाधान निकालना चाहती हैं, क्योंकि मुकदमा (case) लड़ना उनके लिए भी समय और पैसा दोनों की बर्बादी होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)
Ans: नहीं, Legal Notice सिर्फ एक चेतावनी होती है। यह कोई कोर्ट का आदेश नहीं होता हैं। अगर आप समय पर भुगतान या बातचीत कर लें, तो मामला कोर्ट तक नहीं जाएगा।
Ans: नहीं, Legal Notice को नजरअंदाज करना बहुत बड़ी गलती होगी। इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है और कंपनी सीधा केस फाइल कर सकती है।
Ans: हां, आप बैंक से सेटलमेंट या किश्तों में भुगतान करने की बात कर सकते हैं। ज़्यादातर बैंक ग्राहक से बातचीत करके मामला सुलझाना पसंद करते हैं।
Ans: हां, लेकिन वे सिर्फ सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही आ सकते हैं, वो भी सम्मानपूर्वक व्यवहार के साथ। वे आपको धमका नहीं सकते हैं।
Ans: आप नोटिस का जवाब किसी वकील की मदद से लिखित में दे सकते हैं। ईमेल या रजिस्टर्ड पोस्ट से जवाब भेजना बेहतर होता है।